नई दिल्ली (नेहा): क्या आपने कभी सोचा है? रोज़ का वही डेली रूटीन, कम सैलरी और काम के दबाव! ऐसे वर्क प्रेशर भरे जीवन से मन ऊबने हो ही जाता है? लेकिन क्या हो अगर यह सैलरी 2200 करोड़ रुपये की हो? यकीन करना मुश्किल है, ना? लेकिन ऐसा ही कुछ हुआ एक 24 साल के लड़के के साथ, जिसे फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने 2200 करोड़ रुपये के विशाल पैकेज का ऑफर दिया है। यह कोई छोटी-मोटी रकम नहीं, बल्कि एक ऐसी राशि है जो सबको हैरान कर दे।
24 साल के AI रिसर्चर मैट डाइटके को मेटा ने अपनी सुपरइंटेलिजेंस लैब के लिए 2196 करोड़ रुपये (लगभग 250 मिलियन डॉलर) का विशाल पैकेज ऑफर किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, डाइटके ने पहले मेटा के 125 मिलियन डॉलर (लगभग 1098 करोड़ रुपये) के ऑफर को ठुकरा दिया था। इसके बाद मेटा के सीईओ मार्क ज़करबर्ग ने व्यक्तिगत रूप से उनसे मुलाकात की और ऑफर को दोगुना कर दिया, जिसमें पहले साल में ही 100 मिलियन डॉलर तक की राशि शामिल थी। इस नए प्रस्ताव ने डाइटके को मेटा में शामिल होने के लिए राज़ी कर लिया, जो कंपनी की AI क्षेत्र में प्रभुत्व स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है।
मार्क जकरबर्ग ने मैट डीटके को पहले दिए गए ऑफर को ठुकराए जाने के बाद व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर एक संशोधित प्रस्ताव दिया, जिसे डीटके ने स्वीकार कर लिया। यह नया ऑफर 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 2196 करोड़ रुपये) का था, जिसमें उन्हें मेटा की सुपरइंटेलिजेंस टीम में AI रिसर्चर के रूप में शामिल होने का अवसर दिया गया। मेटा ने अपनी सुपरइंटेलिजेंस लैब में पहले ही करीब 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, जिसका उद्देश्य एक मजबूत AI टीम बनाना है। इस नई टीम के जरिए मेटा, OpenAI, Google और Apple जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों को पीछे छोड़ने की योजना बना रहा है।