नई दिल्ली (नेहा): डोनाल्ड ट्रंप के कड़े इमिग्रेशन रुख के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें अमेरिका में 30 साल से अपने परिवार के साथ रह रहीं 73 वर्षीय हरजीत कौर को बिना कोई वार्निंग दिए भारत वापस भेज दिया गया। पंजाब के मोहाली की रहने वाली हरजीत कौर ने लगभग 30 साल तक अमेरिका में अपने बच्चों और परिवार के साथ जीवन बिताया, लेकिन वैध दस्तावेजों के अभाव में अमेरिकी प्रशासन ने उन्हें भारत भेज दिया।
हरजीत कौर की गिरफ्तारी एक रूटीन इमिग्रेशन जांच के दौरान हुई, जिसके बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा में लॉस एंजेलिस से जॉर्जिया तक ले जाया गया और फिर चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए दिल्ली भेजा गया। इस पूरी प्रक्रिया में उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर रखा गया, जो उनके परिवार और समुदाय के लिए बड़े आघात की बात बनी। उनका वकील दीपक आहलुवालिया ने बताया कि उनके घुटनों की हाल ही में सर्जरी हुई थी और लंबे समय तक कंबल पर फर्श पर सोने की वजह से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ा।
हरजीत कौर ने 1992 में अपने दो बेटों के साथ अमेरिका की राह पकड़ी थी, और 2012 में उनका असाइलम केस खारिज हो गया था। इसके बावजूद वे नियमित रूप से हर छह महीने में इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) के सामने रिपोर्ट करती रहीं। उनके परिवार ने अधिकारियों से भरोसा भी लिया था कि दस्तावेजों की प्रक्रिया पूरी होने तक वे अमेरिका में रह सकती हैं, लेकिन हालिया कार्रवाई ने सबको हैरान कर दिया।
इस घटना के बाद, हरजीत के परिवार और समुदाय ने अमेरिकी प्रशासन के इस फैसले का विरोध करते हुए उनकी रिहाई की मांग की थी, लेकिन इसके बावजूद हरजीत को हिरासत में लेकर भारत भेजा गया। वकील के अनुसार, उन्हें बेकर्सफील्ड डिटेंशन सेंटर में रखा गया और फिर कई घंटों तक बिना उचित सुविधा के यातना दी गई।