नई दिल्ली (नेहा): पहलगाम अटैक का बदला भारत लेगा। अभी बगैर गोली-बम के भारत पाकिस्तान को रुला रहा है। कभी पानी रोककर तो कभी दुनिया में उसे बेनकाब करके। जरूरत पड़ी तो बम से भी पाकिस्तान को बेदम किया जाएगा। पहलगाम के गुनहगारों और पनाहगारों को भारत कहीं का नहीं छोड़ेगा। भारत ने पूरी दुनिया को अपनी मंशा से वाकिफ करा दिया है। अब तो पाकिस्तान को सुपरपावर अमेरिका भी नहीं बचा पाएगा। अमेरिका को भी जयशंकर ने साफ-साफ बता दिया है कि भारत पहलगाम के गुनहगारों संग क्या करने वाला है। दरअसल, आधी रात को अमेरिका से भारत को एक फोन आया। यह फोन था अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का एस जयशंकर के लिए। भारत और पाक टेंशन के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने जब एस जयशंकर से फोन पर बातचीत की तभी उन्होंने भारत की मंशा साफ कर दी। एस जयशंकर ने साफ-साफ कह दिया कि भारत पहलगाम हमले के गुनहगारों, साजिशकर्ताओं और आतंकियों के पनाहगारों को छोड़ेगा नहीं। उसे अंजाम भुगतना ही होगा।
एस जयशंकर ने खुद एक्स पर पोस्ट कर अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो संग बातचीत की पुष्टि की है। विदेश मंत्री जयशंकर ने लिखा, ‘कल अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो (@SecRubio) से पहलगाम आतंकी हमले के बारे में बात की। इस आतंकी हमले को अंजाम देने वाले दोषियों, उनका समर्थन करने वालों और साजिश रचने वालों को कड़ी से कड़ी सजा जरूर मिलेगी।’ मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भी फोन किया था। मार्को रुबियो की बातचीत का मूल मकसद दोनों देशों को युद्ध करने से रोकना था। इस बातचीत में अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने की अपील की। अमेरिका ने दिल्ली के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही इस्लामाबाद से कहा कि वह पहलगाम में हुए घृणित आतंकवादी हमले की जांच में सहयोग करे। मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के दोनों नेताओं से अलग-अलग बात की। जयशंकर के साथ बातचीत में रुबियो ने इस भयानक आतंकवादी हमले पर दुख जताया। जबकि शहबाज को आतंकवाद के मसले पर डांट लगाई।