वाशिंगटन (राघव): राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ पूरे अमेरिका में ‘नो किंग्स’ नाम से शनिवार को होने वाले प्रदर्शन की बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। इस बीच अधिकारियों ने लोगों से शांति की अपील की है। इस प्रदर्शन की तैयारी ऐसे समय चल रही है जब नेशनल गार्ड के जवान एकत्र हुए हैं और ट्रंप सेना की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर वाशिंगटन में एक सैन्य परेड में शामिल हुए हैं। अमेरिका के कई शहरों में पहले ही संघीय आव्रजन प्रवर्तन छापों और ट्रंप द्वारा नेशनल गार्ड सैनिकों और मरीन को लॉस एंजिलिस भेजने के आदेश के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और इनसे उन्हें (रैली के आयोजकों को) और बल मिल रहा है। आव्रजन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने एक राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और कारों को आग लगा दी।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस, रबर की गोलियों और फ्लैश-बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल किया है, जबकि लॉस एंजिलिस में कर्फ्यू लगा दिया गया है। डेमोक्रेटिक पार्टी शासित राज्यों के गवर्नर ने ट्रंप द्वारा गार्ड तैनाती को ‘सत्ता का खतरनाक दुरुपयोग’ करार दिया है। उनका कहना है कि फैसला ‘‘दिखाता है कि ट्रंप प्रशासन स्थानीय कानून प्रवर्तन पर भरोसा नहीं करता है।’ ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शनों के आयोजकों का कहना है कि एक मार्च फ्लोरिडा में ट्रंप के मार-ए-लागो रिसॉर्ट के द्वार तक जाएगा, जहां रिपब्लिकन गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी थी कि ‘रेखा बहुत स्पष्ट है’ और इसे पार न करें।