नई दिल्ली (नेहा): इजरायल और ईरान के बीच पिछले पांच दिन से संघर्ष जारी है। मिडल ईस्ट में तनाव की स्थिति को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी-7 समिट को बीच में छोड़ा और वह वहां से वाशिंगटन लौट गए। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह ईरान के साथ परमाणु समस्या का वास्तविक अंत चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि इस्लामिक गणराज्य से मिलने के लिए वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों को भेज सकते हैं। कनाडा से वापस वाशिंगटन लौटते समय अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया कि किसी भी प्रकार की शांति वार्ता के मूड में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने उकसाया तो अमेरिका और भी कठोर प्रतिक्रिया देगा। ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम इतनी सख्ती से हमला करेंगे कि दस्ताने भी उतारने पड़ेंगे। वहीं, अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर ट्रंप ने लिखा कि मैंने किसी भी प्रकार के शांति वार्ता आकार के लिए ईरान संपर्क नहीं किया। ट्रंप ने आगे लिखा कि उन्हें (ईरान) समझौते को स्वीकार कर लेना चाहिए जो मेज पर रखा था, इससे कई सारे जीवन बच सकते थे।
डोनाल्ड ट्रंप की ये टिप्पणी ऐसे समय पर आई है, जब इजरायल और ईरान में संघर्ष अपने चरम पर है। ईरान की राजधानी तेहरान में दहशत के संकेत दिख रहे हैं। इजरायली हवाई हमलों के बाद ईरान में गैस स्टेशनों पर लंबी लाइनें लगी हैं। ईरान का ऐतिहासिक ग्रैंड बाजार बंद है और हजारों लोग कथित तौर पर कैस्पियन सागर की ओर पश्चिम की ओर भाग रहे हैं। हालांकि, ध्यान देने वाली बात है कि ईरान में आधिकारिक तौर से किसी भी प्रकार की निकासी का आदेश नहीं जारी किया गया है।
डोनाल्ड ट्रंप की ये टिप्पणी ऐसे समय पर आई है, जब इजरायल और ईरान में संघर्ष अपने चरम पर है। ईरान की राजधानी तेहरान में दहशत के संकेत दिख रहे हैं। इजरायली हवाई हमलों के बाद ईरान में गैस स्टेशनों पर लंबी लाइनें लगी हैं। ईरान का ऐतिहासिक ग्रैंड बाजार बंद है और हजारों लोग कथित तौर पर कैस्पियन सागर की ओर पश्चिम की ओर भाग रहे हैं। हालांकि, ध्यान देने वाली बात है कि ईरान में आधिकारिक तौर से किसी भी प्रकार की निकासी का आदेश नहीं जारी किया गया है। इस बीच इजरायल की सेना ने दावा किया है कि उसने ईरान के विशिष्ट रिवोल्यूशनरी गार्ड के उच्च पदस्थ कमांडर जनरल अली शादमानी की हत्या कर दी है। हालांकि, इस संबंध में ईरान की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है।