नई दिल्ली (नेहा): ईरान और इजरायल युद्ध में अब अमेरिका की भी एंट्री हो गई है। अमेरिका ने रविवार को ईरान के तीन बड़े शहरों पर हमला किया है। इनमें से सबसे खास है फोर्डो। ईरान के लिए फोर्डो शहर कितना महत्वपूर्ण है इसकी जानकारी अमेरिका को भी थी। यही वजह है कि उसने अपने हमले के पहले चरण में फोर्डो को निशाना बनाया है। कहा जा रहा है कि अमेरिका को पता था कि ईरान को बड़ा झटका देने के लिए उसके यूरेनिमय एनरिचमेंट साइट है। ऐसे में अगर वह इसपर हमला करता है कि वो ईरान को सबसे बड़ा झटका दे सकता है। बताया जाता है कि फोर्डो में ईरान का सबसे उन्नत सेंट्रीफ्यूज हैं। अमेरिका इसे तबाह करने की योजना काफी पहले से बना रहा था।
इस साइट पर हमले से अमेरिका ने ईरान के परमाणु बम बनाने की योजना को काफी पीछे धकेल दिया है। फोर्डो को ईरान के दूसरे शहरों जो बात अलग करती है कि वो है इसका लोकेशन। इसे हवाई हमलों के लिए अभेद्य माना जाता था। ऐसा इसलिए भी क्योंकि ये साइट पहाड़ के किनारे पर बनाया गया है। जानकारों की मानें तो हवाई हमलों मे इस साइट की तहह को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे यह अस्थायी रूप से निष्क्रिय हो सकती है। वहीं सेंट्रीफ्यूज के कैस्केड और इसके अंदर रखे यूरेनियम भंडार को नष्ट करने के लिए अमेरिका की प्रत्यक्ष भागीदारी की आवश्यकता होगी। जिसके पास इसे नष्ट करने के लिए वारहेड है – जीबीयू-57 ए/बी मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर, एक 30,000 पाउंड का ‘बंकर बस्टर’ जिसे विस्फोट से पहले 200 फीट जमीन या प्रबलित कंक्रीट में प्रवेश करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।