वाशिंगटन (राघव): अमेरिका का विदेश मंत्रालय भी छंटनी की तैयारी कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों को कहा है कि वह जल्द ही छंटनी के लिए नोटिस जारी करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से ही वे संघीय सरकार के आकार को कम करने में जुटे हैं। इसके तहत कई सरकारी विभागों से छंटनी की गई हैं। सरकारी दक्षता विभाग के नेतृत्व में संघीय सरकार में छंटनी अभियान चलाया गया और सैंकड़ों लोगों को अब तक नौकरी से निकाला जा चुका है।
विदेश मंत्रालय आज 1,300 से ज्यादा कर्मचारियों को बर्खास्त कर रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जिन कर्मचारियों को हटाया जा रहा है, उनमें 1,107 लोकसेवक और 246 विदेशी सेवा अधिकारी शामिल हैं, जो अमेरिका में घरेलू पदों पर तैनात थे। इन अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से ईमेल के जरिए बर्खास्तगी के नोटिस भेजे जा रहे हैं। विदेश सेवा के अधिकारियों को तत्काल 120 दिनों के लिए प्रशासनिक अवकाश पर भेजा जाएगा, जिसके बाद उनकी सेवाएं समाप्त मानी जाएंगी। वहीं, नागरिक कर्मचारियों के लिए सेवा समाप्ति की अवधि 60 दिन तय की गई है। मंत्रालय के आंतरिक नोटिस में कहा गया है, विभागीय पुनर्गठन के तहत घरेलू संचालन को राजनयिक प्राथमिकताओं पर फोकस करते हुए सुव्यवस्थित किया जा रहा है। कर्मचारियों की छंटनी उन विभागों में की जा रही है जो जरूरी नहीं हैं, एक जैसे काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, विदेश मंत्री मार्को रूबियो और उनके रिपब्लिकन समर्थकों ने इस योजना की सराहना की है। उनका कहना है कि इससे विभाग और अधिक चुस्त, कुशल और कार्य करने में सक्षम होगा। हालांकि, वर्तमान और पूर्व राजनयिकों ने इन कटौतियों की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे अमेरिका का वैश्विक प्रभाव और उभरते खतरों से निपटने की क्षमता कमजोर होगी।
अमेरिका में संघीय सरकार में छंटनी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी गई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी छंटनी जारी रखने के पक्ष में फैसला दिया था। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप-सचिव माइकल रिग्स ने कहा कि जिन कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी, उन्हें जल्द ही इसकी सूचना दे दी जाएगी। अभी तक ये साफ नहीं है कि विदेश मंत्रालय से कितने लोगों को नौकरी से हटाया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने मई में कांग्रेस को छंटनी और पुनर्गठन की जानकारी दे दी थी। विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा कि जो कार्यक्रम पूर्व की सरकार द्वारा चलाए जा रहे थे, उनमें कटौती की जाएगी।