ढाका (नेहा): ढाका में 43 वर्षीय हिंदू व्यापारी लाल चंद उर्फ सोहाग की नृशंस हत्या ने न केवल बांग्लादेशियों को, बल्कि दुनिया भर के कई लोगों को झकझोर दिया है। लोगों ने बांग्लादेश में व्याप्त घोर अराजकता के लिए मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की कड़ी आलोचना की है। यह जघन्य हत्या बुधवार (नौ जुलाई) को ढाका के सर सलीमउल्लाह मेडिकल कॉलेज, मिटफोर्ड अस्पताल के सामने हुई। सोहाग ‘सोहाना मेटल’ नाम से कबाड़ की दुकान चलाते थे। बाजार में उनकी अच्छी पैठ थी। उनके प्रतिद्वंद्वियों महमूदुल हसन मोहिन और सरवर हुसैन टीटू ने कथित तौर पर व्यवसाय में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी या उसके बदले नियमित भुगतान की मांग की थी। पिछले दो-तीन महीनों से आरोपित सोहाग से हर महीने मोटी रकम की रंगदारी मांग रहे थे।
बुधवार को जब उन्होंने सोहाग को अकेला पाया तो मोहिन और उसके चार-पांच साथियों ने उन पर हमला कर दिया। उन्हें पत्थरों से मारा और नंगा करके बेरहमी से पीटा। इससे उनके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं। परिवार के इकलौते कमाने वाले सोहाग की मौके पर ही मौत हो गई। उनकी वीभत्स हत्या का वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है। वहां मौजूद लोगों की ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ और डर के मारे किसी ने भी मोहिन को नहीं रोका क्योंकि वह बांग्लादेश जातीयतावादी युवा दल (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी-बीएनपी की युवा शाखा) की चौकबाजार इकाई के महासचिव पद का उम्मीदवार था। उस पर मिटफोर्ड अस्पताल के पास फुटपाथ पर विक्रेताओं और अन्य व्यापारियों से जबरन वसूली करने के भी आरोप हैं।