बठिंडा (राघव): पंजाब से एक गुड न्यूज आई है। यहां एक गरीब परिवार की तीन बहनों ने एक साथ UGC NET की परीक्षा पास की है। इन बहनों के नाम रिम्पी कौर, बीअंत कौर और हरदीप कौर हैं। मनसा की इन बहनों ने अलग-अलग विषयों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की आयोजित यह परीक्षा दी थी। 22 जुलाई को जब UGC NET Result घोषित किया गया तो उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। खास बात है कि तीनों बहुत की गरीब परिवार से आती हैं। तीनों से बचपन से लेकर यूजीसी नेट पास करने तक कभी न कोई ट्यूशन पढ़ा न ही कोई कोचिंग की। सिर्फ सेल्फ स्टडी से वे इस मुकाम तक पहुंची हैं।
सबसे बड़ी बहन रिम्पी कौर हैं। रिम्पी ने कंप्यूटर साइंस में NET पास किया है। दूसरे नंबर की बीअंत कौर ने इतिहास में और हरदीप कौर ने पंजाबी भाषा में यह परीक्षा पास की है। यूं तो तीनों ने पहली बार UGC NET की परीक्षा दी थी। रिम्पी ने बताया कि उसने इससे पहले जून 2024 में भी UGC NET की परीक्षा दी थी, लेकिन पेपर लीक होने की शिकायत के बाद वह रद्द कर दी गई थी। बाकी दोनों बहने भी इस बार परीक्षा में बैठीं और तीनों ने पहली बार में ही परीक्षा पास कर ली।
UGC NET एग्जाम पास करने के बाद, उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। जो लोग जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के लिए क्वालीफाई करते हैं, उन्हें रिसर्च और पीएचडी करने के लिए हर महीने पैसे भी मिलते हैं। तीनों कौर बहनें गुरु नानक कॉलेज बुढलाडा की छात्रा रह चुकी हैं। 28 साल की रिम्पी कौर ने मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) किया है। बीअंत कौर 26 साल की हैं। उन्होंने इतिहास में मास्टर ऑफ आर्ट्स (MA) किया औ यूजीपी नेट परीक्षा में बैठीं। हरदीप कौर 23 साल की हैं। उन्होंने पंजाबी में MA किया है। इन तीनों बहनों का एक छोटा भाई भी है। वह दिमागी तौर पर बीमार है।
कौर बहनों के पिता का नाम बिक्कर सिंह है। वह एक ग्रंथी हैं। पहले वे एक गुरुद्वारे से जुड़े थे, लेकिन अब वे स्वतंत्र रूप से काम करते हैं। रिम्पी, हरदीप और बीअंत की मां मंजीत कौर, एक दिहाड़ी मजदूर हैं और खेतों में काम करती हैं। परिवार ने जैसे-तैसे उनकी पढ़ाई का खर्चा उठाया। अब तीनों बहनें असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी पाना चाहती हैं।
रिम्पी कौर ने कहा कि हमारे माता-पिता ने हमें बेटों की तरह पाला। उन्होंने हमारी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। वे हमें आत्मनिर्भर बनना चाहते थे। हमने भी NET पास करने के लिए कड़ी मेहनत की। अब वे नौकरी करके माता-पिता की मदद करना चाहती हैं। रिम्पी पहले लगभग दो साल तक एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं लेकिन UGC NET परीक्षा की तैयारी पर फोकस करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। बीअंत कौर और हरदीप कौर ने भी कहा कि चूंकि उनके माता-पिता ने अपना फर्ज निभा दिया है, इसलिए अब उनकी बारी है कि वे उनका सहारा बनें।