लखनऊ (राघव): उत्तर प्रदेश में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ चुका है। पहाड़ों पर लगातार हो रही तेज बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में दिखने लगा है। राज्य की प्रमुख नदियों- गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
मौसम विभाग ने शनिवार को 39 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। चेतावनी दी गई है कि 9 अगस्त से वर्षा की तीव्रता और बढ़ेगी। इस बीच, 13 अगस्त तक बादलों की आवाजाही और रुक-रुक कर बारिश की संभावना बनी रहेगी।
इन जिलों में तेज बारिश की चेतावनी:
विंध्य और बुंदेलखंड के बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज, प्रतापगढ़ समेत पूर्वी यूपी के सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर और बलिया में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। वहीं, पश्चिमी यूपी और तराई क्षेत्र के सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, बदायूं, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल जैसे जिलों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है।
इन जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार:
लखनऊ, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, सीतापुर, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, गोरखपुर, अयोध्या, बस्ती, संत कबीर नगर सहित 20 से ज्यादा जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। गुरुवार को राजधानी लखनऊ में दोपहर के बाद तेज बारिश शुरू हुई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे मौसम सुहावना हो गया है।
24 जिलों में बाढ़ जैसे हालात:
प्रयागराज, वाराणसी, चित्रकूट समेत 24 जिलों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन चुकी है। निचले इलाकों में पानी भरने से आमजन को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं।