नई दिल्ली (नेहा): यह कहानी किसी चमत्कार से कम नहीं लगती। 80 साल पहले अमेरिका के कोलोराडो में एक किसान ने एक मुर्गे का सिर काट दिया लेकिन वह मरा नहीं बल्कि बिना सिर के वह पूरे 18 महीने तक जिंदा रहा। इस मुर्गे को ‘माइक द हेडलेस चिकन’ के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं क्या है इस अनोखी घटना के पीछे का विज्ञान।
10 सितंबर 1945 को किसान लॉयड ऑलसेन अपने फार्म पर मुर्गियां काट रहे थे। इसी दौरान उन्होंने एक मुर्गे का सिर काट दिया लेकिन वह मुर्गा मरा नहीं बल्कि भागने लगा। लॉयड अगली सुबह जब जागे तो हैरान रह गए क्योंकि मुर्गा अब भी जिंदा था।
लॉयड ने इस मुर्गे को एक डिब्बे में रखा और उसका नाम ‘माइक’ रख दिया। जल्द ही पूरे इलाके में इस बिना सिर वाले मुर्गे की कहानी फैल गई। इसके बाद एक साइडशो प्रमोटर होप वेड ने लॉयड से संपर्क किया और माइक को सर्कस में दिखाने का प्रस्ताव दिया। लॉयड और उनकी पत्नी क्लारा ने माइक को लेकर अमेरिका का दौरा किया और इससे खूब पैसे कमाए।