वॉशिंगटन (राघव): पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। असीम मुनीर ने वॉशिंगटन में अमेरिकी सैन्य नेतृत्व के साथ बैठकों की हैं। पाक सेना की ओर से कहा गया है कि मुनीर के इस दौरे का मकसद पाकिस्तान और अमेरिका के रक्षा और व्यापार संबंधों को मजबूत करना है। हालांकि मुनीर की ओर से अमेरिका में बार-बार भारत का नाम लिया जा रहा है। असीम मुनीर भारत के साथ विवादित मुद्दों पर ही अमेरिका में जोर दे रहे हैं। उन्होंने भारत की खुफिया एजेंसी रॉ पर भी गंभीर आरोप लगाए है।
पाक आर्मी की ओर से कहा गया है कि फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अमेरिका में कहा कि उनका देश आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लडने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन रॉ इसके आड़े आ रही है। मुनीर ने भारत पर पाकिस्तान में अस्थिरता फैलाने का आरोप लगाया है।
मुनीर ने पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं का ठीकरा भारत के सिर फोड़ने की कोशिश की है। मुनीर ने कहा, ‘भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) पाकिस्तान में आतंकी गुटों को मदद कर रही है। रॉ की इस तरह की गतिविधियां गंभीर चिंता का विषय हैं। भारत का पाकिस्तान में इस तरह का एक्शन पूरे क्षेत्र के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है।’
मुनीर ने अमेरिका में एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर मुद्दा भी उठाया है। मुनीर ने कहा, ‘भारत को कश्मीर को अपना आंतरिक मामला कहना बंद करना चाहिए। कश्मीर भारत का आंतरिक मामला नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर विवाद है। मोहम्मद अली जिन्ना ने कश्मीर को पाकिस्तान की गले की नस कहा था और आज भी हम यही मानते हैं।’
पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर की दो महीने में दूसरी अमेरिका यात्रा है। भारत के साथ 7-10 मई तक हुए संघर्ष के बाद असीम मुनीर अमेरिका के खुशामदी बने हुए हैं। मुनीर डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले अमेरिका से पाकिस्तान के लिए ज्यादा सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं। ऐसे में वह ट्रंप की तारीफों के पुल बांध रहे हैं।
मुनीर को कुछ हद तक अमेरिका से समर्थन मिलता दिख रहा है। अमेरिकी सेना के प्रवक्ता जोसेफ होल्सटेड ने कहा है कि अमेरिका-पाकिस्तान की सैन्य साझेदारी, दक्षिण एशिया में परमाणु सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए जरूरी है। अमेरिका ने संकेत दिए हैं कि वह पाक से रक्षा संबंध बेहतर करने के लिए कदम उठाएगा।