वाशिंगटन (राघव): डोनाल्ड ट्रंप जब अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, तभी से यह देश उलटे ही रास्ते पर चल पड़ा है। अमेरिका ने अब आतंक को खाद-पानी देने वाले पाकिस्तान की ही आतंकवाद पर काबू पाने में ‘लगातार सफलता’ की तारीफ की है। इस्लामाबाद में मंगलवार को हुई पाकिस्तान-अमेरिका काउंटर-टेररिज्म डायलॉग के बाद जारी संयुक्त बयान में यह बात कही गई है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यह संयुक्त बयान शेयर किया है, जिसमें बताया गया कि, अमेरिका ने पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की। बयान में कहा गया, ‘अमेरिका ने उन आतंकी संगठनों पर काबू पाने में पाकिस्तान की लगातार सफलताओं की प्रशंसा की, जो क्षेत्र और विश्व की शांति व सुरक्षा के लिए खतरा हैं।’
अमेरिका ने खास तौर पर जाफर एक्सप्रेस आतंकी हमले और खुजदार में स्कूल बस बम धमाके की निंदा की और इनमें मारे गए नागरिकों व सुरक्षा बलों के जवानों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने पाकिस्तानी अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और इसके सहयोगी ‘मजीद ब्रिगेड’ को विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। BLA को पाकिस्तान और अमेरिका पहले ही आतंकी संगठन घोषित कर चुके हैं। यह संगठन बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग को लेकर दशकों से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह में जुटा है।
अमेरिका ने 2019 में ही BLA को ‘स्पेशली डिज़िग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट’ (SDGT) लिस्ट में डाला था। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि 2019 के बाद से BLA ने मजीद ब्रिगेड के जरिये कई और आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली है। इससे एक दिन पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीरने वॉशिंगटन का दौरा किया था। भारत के साथ चार दिन के संघर्ष के बाद यह उनका दूसरा अमेरिकी दौरा था। वहां उन्होंने शीर्ष अमेरिकी राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व के साथ उच्च स्तरीय बैठकें कीं और पाकिस्तानी डायस्पोरा के सदस्यों से भी मुलाकात की।