नई दिल्ली (नेहा): अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की नीति ने युद्ध का एक और मोर्चा खोल दिया है। लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला से अमेरिका का टकराव बढ़ता जा रहा है। जो जल्द ही युद्ध में बदल सकता है। हालांकि इस टकराव का कारण ड्रग कार्टेल बताया जा रहा है, लेकिन असल कारण क्या है?
वेनेजुएला अब ट्रंप का नया टारगेट बन गया है। ट्रंप एक तरफ कई युद्ध रुकवाने का दावा कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ युद्ध की तैयारी के तहत कई देशों को टारगेट भी कर रहे हैं। ट्रंप के आदेश पर अमेरिका का एक समुद्री बेड़ा वेनेजुएला के पास अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहुंच चुका है। ये तैनाती तीन महीने के लिए की गई है। जिसमें समुद्री बेड़ा लगातार गश्त करता रहेगा। हालांकि ये कार्रवाई सामान्य भी हो सकती थी।
लेकिन वेनेजुएला के पास तैनात अमेरिकी बेड़े में 3 डिस्ट्रॉयर 4000 सैनिक हैं। साथ ही जासूसी विमान और पनडुब्बी भी शामिल है। जिससे पता चलता है कि, अमेरिका की तैयारी सामान्य नहीं है। बल्कि इरादा है वेनेजुएला के साथ टकराव बढ़ाने का। अब सवाल ये है कि, आखिर ट्रंप ने वेनेजुएला को टारगेट बनाने का फैसला लिया क्यों? जवाब है वेनेजुएला से अदावत।