नई दिल्ली (नेहा): अगले हफ्ते इश्यू लॉन्च होने से पहले शुक्रवार को विक्रान इंजीनियरिंग के शेयरों में ग्रे मार्केट प्रीमियम में बढ़ोतरी देखी गई। इंफ्रास्ट्रक्चर ईपीसी कंपनी 26 अगस्त को अपना आईपीओ लॉन्च करने वाली है और इस इश्यू के जरिए 772 करोड़ रुपये जुटाएगी। IPO ओपन होने से पहले इसका शेयर ₹22 प्रति शेयर के GMP पर कारोबार कर रहे हैं। अगर बोली अवधि के दौरान यह गति स्थिर रहती है, तो शेयर भारतीय एक्सचेंजों पर अच्छी बढ़त के साथ लिस्ट हो सकता है। ₹97 के ऊपरी मूल्य बैंड के आधार पर, ₹22 का GMP लगभग ₹119 की संभावित लिस्टिंग कीमत का संकेत देता है, जो IPO मूल्य से 22.7% अधिक है।
Vikran Engineering Limited के IPO की प्राइस बैंड प्रति इक्विटी शेयर ₹92 से ₹97 की है। इसकी फेस वैल्यू ₹1 है। IPO में ₹721 करोड़ तक की नई शेयरों की बिक्री और राकेश अशोक मारखेडकर द्वारा ₹51 करोड़ तक का ऑफर फॉर सेल शामिल है। नए शेयरों से मिलने वाली राशि में से ₹541 करोड़ का इस्तेमाल कंपनी की वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए होगा।
विक्रान इंजीनियरिंग भारत की तेजी से बढ़ती इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) कंपनियों में से एक है, जिसने 2023-25 के बीच रेवेन्यू ग्रोथ में इंडस्ट्री औसत और अन्य कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन किया है। कंपनी का प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइड है, जिसमें ज्यादातर रेवेन्यू एनर्जी और वॉटर इन्फ्रास्ट्रक्चर से आता है। ये कॉन्सेप्ट डिजाइन से लेकर सप्लाई, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमीशनिंग तक टर्नकी आधार पर पूरी सेवाएं देती है। कंपनी पावर, वॉटर और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई सेक्टर्स में काम करती है।
पावर सेक्टर में कंपनी पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन दोनों में सक्रिय है। वॉटर सेक्टर में इसके प्रोजेक्ट्स में अंडरग्राउंड वॉटर डिस्ट्रीब्यूशन, सरफेस वॉटर एक्सट्रैक्शन, ओवरहेड टैंक और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क शामिल हैं। कंपनी ग्राउंड-माउंटेड सोलर प्रोजेक्ट्स और स्मार्ट मीटरिंग में भी अनुभव रखती है।