नई दिल्ली (नेहा): संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने भारत को एक ऐसा दोस्त बताया जिसकी चीन से निपटने के लिए अमेरिका को जरूरत है। साथ ही, उन्होंने नई दिल्ली से रूसी तेल पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चिंताओं को गंभीरता से लेने का आग्रह किया। निक्ली हेली की यह टिप्पणी उनके द्वारा हाल ही में न्यूजवीक में लिखे गए एक विचार लेख से ली गई है, जिसमें उन्होंने भारत को अमेरिका के लिए जरूरी बताया और वाशिंगटन से नई दिल्ली को एक मूल्यवान स्वतंत्र और लोकतांत्रिक साझेदार के रूप में देखने की नसीहत दी।
भारतीय मूल की रिपब्लिकन नेता निक्की को व्यापार गतिरोध में भारत का पक्ष लेने के लिए अपनी पार्टी के भीतर आलोचना का सामना करना पड़ा है। हालांकि, शनिवार को उन्होंने अपने लेख के एक अलग हिस्से की ओर ध्यान आकर्षित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि नई दिल्ली को भी अमेरिकी चिंताओं का ध्यान रखना चाहिए। निक्की ने कहा, भारत को रूसी तेल पर ट्रंप की बात को गंभीरता से लेना चाहिए और व्हाइट हाउस के साथ मिलकर इसका समाधान निकालना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके, उतना अच्छा है।
दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच दशकों पुरानी दोस्ती और सद्भावना मौजूदा उथल-पुथल से उबरने का एक ठोस आधार प्रदान करती है। व्यापार मतभेदों और रूसी तेल आयात जैसे मुद्दों से निपटने के लिए कठोर बातचीत की आवश्यकता है। लेकिन, हमें उस चीज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए जो सबसे ज्यादा मायने रखती है, हमारे साझा लक्ष्य। उन्होंने पोस्ट किया कि चीन का सामना करने के लिए, अमेरिका के पास भारत के रूप में एक मित्र होना चाहिए।
निक्की हेली ने कहा कि ट्रंप द्वारा भारत की रूस से भारी तेल खरीद को निशाना बनाना सही है, जो पुतिन के यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के वित्तपोषण में मदद कर रहा है। लेकिन भारत कोई विरोधी नहीं है और अमेरिका को अपनी महत्वपूर्ण सप्लाई चेन को चीन से दूर ले जाने में मदद करने के लिए जरूरी है। भारत का महत्व और भी गहरा है। मानवता के छठे हिस्से से भी ज्यादा लोगों का घर होने के कारण, भारत 2023 में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन को पीछे छोड़ देगा, जहां युवा कार्यबल चीन के वृद्ध कार्यबल के विपरीत है।
यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है- जल्द ही जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। निक्की हेली ने लिखा कि भारत का उदय मुक्त विश्व के लिए खतरा नहीं है, उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारत और अमेरिका के बीच चल रहे नकारात्मक दौर को उलट देना चाहिए।