नई दिल्ली (नेहा): दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यहूदियों से लूटी गई कला का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। अर्जेंटीना की अदालत ने नाजी अधिकारी की बेटी और उसके दामाद पर आरोप लगाया है कि उन्होंने चोरी की कलाकृतियों को छिपाकर रखा था। इनमें मशहूर फ्रांसीसी चित्रकार हेनरी मातिस की 22 पेंटिंग और अन्य कलाकृतियां शामिल हैं। अर्जेंटीना में बीते महीने एक प्रॉपर्टी विज्ञापन में 18वीं सदी की एक पेंटिंग दिखाई दी। यह पेंटिंग इटली के बारोक कलाकार ज्यूसेप्पे घिसलांदी की ‘पोर्ट्रेट ऑफ अ लेडी’ थी।
खास बात यह है कि यह चित्र 80 साल से गायब था और इसे दूसरे विश्व युद्ध के दौरान एक डच कला संग्राहक जैक गॉडस्टिकर से छीन लिया गया था। पुलिस को सूचना मिली तो उन्होंने छापेमारी शुरू की। खोज के दौरान मातिस की 22 पेंटिंग्स और कई अन्य कलाकृतियां अर्जेंटीना के मार डेल प्लाटा शहर में नाजी अधिकारी फ्रेडरिक काडजीन के परिवार के पास से बरामद की गईं। जांच में सामने आया कि चोरी की गई पेंटिंग्स काडजीन की बेटी पैट्रिसिया काडजीन और उसके पति के घर पर थी।
दोनों ने आखिरकार ‘पोर्ट्रेट ऑफ अ लेडी’ पेंटिंग अधिकारियों को सौंप दी। गुरुवार को अदालत में पेश किए जाने पर दोनों पर कला छिपाने का मामला दर्ज हुआ। यह पेंटिंग करीब 50 हजार डॉलर की बताई जा रही है। पोर्ट्रेट ऑफ ए लेडी पेंटिंग मूल रूप से डच कला संग्राहक जैक गॉडस्टिकर के संग्रह का हिस्सा थी। 1940 में जब जर्मनी ने नीदरलैंड पर कब्जा किया तो गॉडस्टिकर की मृत्यु हो गई और उनकी कला-निधि को नाजियों ने कब्जे में ले लिया।