वॉशिंगटन (नेहा): अमेरिका और लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला के बीच सैन्य तनाव बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को वेनेजुएला के दो F-16 लड़ाकू विमानों ने अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस जेसन डनहम के ऊपर से उड़ान भरी है, जो ट्रंप प्रशासन के आदेश के बाद इलाके में तैनात किया गया है। अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारियों ने वेनेजुएला की इस कार्रवाई को शक्ति प्रदर्शन कहा है। डनहम एक गाइडेड मिसाइल विध्वसंक है, जो हाल के हफ्तों में इस क्षेत्र में भेजे गए अमेरिकी युद्धपोतों के बेड़े में शामिल है। पेंटागन का कहना है कि उन्हें आपराधिक संगठनों और ड्रग तस्करी को निशाना बनाने के लिए तैनात किया गया है।
अमेरिकी नौसेना के जहाजों को ऐसे समय में वेनेजुएला के तटीय जलक्षेत्र में भेजा गया है, जब डोनाल्ड ट्रंप और वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के बीच तनाव बढ़ रहा है। ट्रंप प्रशासन ने मादुरो पर अमेरिका में नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रग कार्टेल के साथ गठजोड़ करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, अमेरिका ने हाल ही में मादुरो की गिरफ्तारी के लिए घोषित इनाम को दोगुना करने 5 करोड़ डॉलर कर दिया है।
वेनेजुएला की मादुरो सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है। मादुरो ने इसी हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी युद्धपोतों की तैनाती को आपराधिक और खतरनाक खतरा बताया था। वेनेजुएला ने इसके जवाब में तटरेखा पर गश्त के लिए ड्रोन और युद्धपोत तैनात किए थे। अभी तक ट्रंप की वेनेजुएला को लेकर योजना स्पष्ट रूप से सामने नहीं आई है, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि क्षेत्र में तनाव बढ़ने का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।
मंगलवार को अमेरिकी सेना ने बताया कि उसने एक नाव पर हमला किया था, जिसमें सवार सभी 11 लोग मारे गए। आरोप है कि यह नाव वेनेजुएला से ड्रग्स ले जा रही थी, जिसे अमेरिका पहुंचाया जाना था। इसमें सवार लोग वेनेजुएला के ड्रग तस्कर गिरोह ट्रेन डे अरागुआ से जुड़े थे।