नई दिल्ली (नेहा): शीर्ष भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के मौजूदा ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम इस महीने के अंत में टोक्यो में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में फिर से पेरिस ओलंपिक भाला फेंक फाइनल की तरह मुकाबले के लिए तैयार हैं। मौजूदा विश्व चैंपियन चोपड़ा 13 से 21 सितंबर के बीच होने वाली इस प्रतियोगिता में 19 सदस्यीय भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे हैं जबकि नदीम पाकिस्तान के एकमात्र एथलीट हैं। नदीम ने अगस्त 2024 में पेरिस में 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो के साथ चोपड़ा को हराकर स्वर्ण पदक जीता था। तब से दोनों प्रतिद्वंद्वी एक-दूसरे के खिलाफ नहीं खेले हैं। पर अब एक साल से भी ज्यादा समय के बाद टोक्यो में उनका आमना-सामना होने वाला है जिससे यह ओलंपिक और विश्व चैंपियन के बीच मुकाबला होगा।
27 साल के चोपड़ा गत चैंपियन होने के नाते पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में वाइल्ड कार्ड से प्रवेश पा चुके हैंय उन्होंने क्वालीफाइंग अवधि के दौरान कई बार 85.50 मीटर का क्वालीफाइंग मानक भी पार किया हैय वहीं 28 साल के नदीम ने मई में दक्षिण कोरिया में एशियाई चैंपियनशिप में 86.40 मीटर के थ्रो के साथ क्वालीफाइंग मानक हासिल करते हुए स्वर्ण पदक जीता था। पेरिस ओलंपिक फाइनल के बाद नदीम ने एकमात्र इसी स्पर्धा में हिस्सा लिया है. इस पाकिस्तानी खिलाड़ी की जुलाई में इंग्लैंड में पिंडली की मांसपेशी की सर्जरी हुई थी। विश्व चैंपियनशिप में पुरुष भाला फेंक क्वालीफाइंग राउंड 17 सितंबर को और फाइनल अगले दिन होगा।
तीन अन्य भारतीय सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव भी टोक्यो में इस चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे हैं। इससे भारत के पुरुष भाला फेंक खिलाड़ियों की संख्या सबसे ज्यादा होगी। डायमंड लीग ट्रॉफी विजेता जर्मनी के जूलियन वेबर इस साल तीन बार 90 मीटर से ज्यादा थ्रो करने के बाद इस स्पर्धा में पसंदीदा दावेदार के रूप में उतरेंगे। चोपड़ा ने इस साल करियर में पहली बार 90 मीटर का थ्रो हासिल किया है। वह मई में दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर के थ्रो से दूसरे स्थान पर रहे थे। दो बार के विश्व चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स, कीनिया के जूलियस येगो, त्रिनदाद एवं टोबैगो के केशोर्न वालकॉट जैसे एथलीट भी इसमें शामिल होंगे।
ब्राजील के लुईज मौरिसियो और चेक गणराज्य के 34 वर्षीय जैकब वडलेज पोडियम के दावेदार होंगे। चोपड़ा का आखिरी टूर्नामेंट 28 अगस्त को ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल था जिसमें वह 85.01 मीटर के औसत थ्रो से वेबर के बाद दूसरे स्थान पर रहे थे। उन्होंने इस सत्र में पेरिस डायमंड लीग और ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक के साथ बेंगलुरु में एनसी क्लासिक में भी खिताब जीते हैं।