यरुशलम (नेहा): इजरायली सेना के सैनिक और टैंक बुधवार को गाजा सिटी में और अंदर तक पहुंच गए, वहां पर उनकी हमास लड़ाकों से भीषण लड़ाई चल रही है। इजरायली सेना ने कहा है कि हाल के दिनों में शहर पर 150 बार से ज्यादा गोलाबारी और बमबारी की गई है। इजरायली हमलों से जान बचाने के लिए बड़ी संख्या में फलस्तीनी शहर छोड़कर भाग रहे हैं। गाजा सिटी पर हमले की विश्व समुदाय की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। 27 देशों के समूह वाले यूरोपीय संघ (ईयू) ने गाजा में फलस्तीनियों के दमन पर विरोध जताते हुए इजरायल पर जल्द कड़े प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए हैं। इजरायल सरकार ने गाजा सिटी पर कब्जे के लिए सैन्य अभियान चलाने की घोषणा अगस्त में की थी। हफ्तों तक शहर पर बमबारी और उपनगरों पर गोलाबारी करने के बाद इजरायली सेना मंगलवार से मुख्य शहर पर जमीनी कार्रवाई शुरू की है।
ताजा कार्रवाई में 40 फलस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है। मृतकों में कई बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। 23 लोग अन्य स्थानों पर मारे गए हैं। इस प्रकार से अक्टूबर 2023 से अभी तक गाजा में मारे गए कुल फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 65 हजार को पार कर गई है। गाजा सिटी पर इजरायल के ताजा हमले में बच्चों का रानतीसी अस्पताल भी निशाना बना है। हमले से अस्पताल को भारी नुकसान हुआ है। अस्पताल में भर्ती 80 में से करीब आधे मरीज जान बचाने के लिए भाग गए हैं जबकि करीब 40 मरीज बच्चे, तीमारदार और 30 अस्पताल कर्मी वहीं पर रहने को मजबूर हैं। इजरायली सेना ने कहा है कि कार्रवाई में बहुत ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है। लेकिन हमास नागरिक ठिकानों के बीच से हमले कर रहा है, इसलिए जवाबी हमले में आमजनों को नुकसान हो रहा है।
इजरायली सेना की कार्रवाई से पहले गाजा सिटी और उसके उपनगरों में करीब दस लाख लोग थे। इजरायली सेना की इलाका खाली करने के संदेशों और हवाई हमलों के बाद उपनगरों के करीब साढ़े तीन लाख लोगों ने इलाका छोड़ दिया है लेकिन छह लाख से ज्यादा लोग अभी शहर में हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली कार्रवाई से शहर में भारी खूनखराबे की आशंका जताई है। सऊदी अरब ने भूख से त्रस्त लोगों पर गोलाबारी और बमबारी करने के लिए इजरायल की कड़ी निंदा की है और सुरक्षा परिषद से अविलंब हस्तक्षेप कर फलस्तीनियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
हाल ही में इजरायली हमले के शिकार हुए कतर ने गाजा सिटी पर सैन्य कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की है। कहा है कि यह फलस्तीनियों के जनसंहार की साजिश है जिसे हमास पर हमले के बहाने अंजाम दिया जा रहा है। इजरायल ने मंगलवार रात यमन के शहर होदेदा और उसके बंदरगाह पर हवाई हमला किया। इजरायली सेना ने कहा कि हमले में हाउती संगठन के नियंत्रण वाले होदेदा बंदरगाह की सैन्य व्यवस्थाओं को निशाना बनाया गया। इस बंदरगाह से ही हूती ईरान के साथ अपने हथियारों का कारोबार करते हैं और उसके बाद वे उन हथियारों का इजरायल के खिलाफ इस्तेमाल करते हैं। इस हमले में किसी के हताहत होन की जानकारी नहीं है।