वॉशिंगटन (नेहा): अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत को बड़ा धोखा दिया है। 50 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद अब उन्होंने भारत को अवैध ड्रग प्रोडक्शन और तस्करी के आरोपी देशों वाली एक लिस्ट में डाल दिया है। इस लिस्ट में भारत का नाम पाकिस्तान और चीन जैसे देशों के साथ जोड़ा गया है। अमेरिकी प्रशासन का आरोप है कि ये देश अवैध नशीली दवाओं और इनके उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक केमिकल्स का निर्माण कर रहे हैं, जिससे अमेरिकी नागरिकों को खतरा हो गया है।
कुल 23 देशों के नाम शामिल किए हैं, जिन पर मादक पदार्थों के अवैध उत्पादन और तस्करी का आरोप लगाया गया है। व्हाइट हाउस से जारी मीडिया नोट के मुताबिक, इन देशों में भारत के अलावा चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देश भी शामिल हैं। रिपोर्ट में भारत का नाम ड्रग ट्रांजिट देश के तौर पर लिया गया है। हालांकि, इसमें भारत द्वारा ड्रग तस्करी के खिलाफ उठाए जा रहे सख्त कदमों की सराहना भी की गई है। प्रेजिडेंशियल डिटर्मिनेशन रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से जिक्र है कि भारत ने ड्रग तस्करी के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।
चीन का नाम उन देशों की श्रेणी में आता है जो ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स का अवैध उत्पादन करता है। अफगानिस्तान को तालिबान के कारण अफीम के लगातार उत्पादन के लिए लिस्ट में रखा गया है, जबकि पाकिस्तान को ड्रग तस्करी के कार्टेल और ट्रांजिट की वजह से शामिल किया गया है। ट्रंप ने इस रिपोर्ट को लेकर चीन से विशेष रूप से कहा है कि उसे उन अपराधियों पर कार्रवाई करनी चाहिए जो इस तरह के केमिकल्स का निर्माण करते हैं।
बता दें कि ये रिपोर्ट तब जारी की जाती है जब अमेरिकी राष्ट्रपति को किसी खास कानून के तहत फैसले लेने की जरूरत होती है। व्हाइट हाउस ने यह रिपोर्ट ऐसे समय में अमेरिकी संसद को भेजी है जब ट्रंप खुद ब्रिटेन के दौरे पर हैं। उधर, सोमवार को ही अमेरिकी आर्मी ने वेनेजुएला के ड्रग तस्करों की एक नाव पर हमला किया, जिसमें 3 लोग मारे गए। राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद मीडिया को इसकी जानकारी दी और इन तस्करों को ‘नार्को टेररिस्ट’ बताया। इस घटना का एक वीडियो X पर वायरल है, जिसमें अमेरिकी सेना नाव को नष्ट करते दिख रही है।