नई दिल्ली (नेहा: पाकिस्तानी नेता मौलाना फजल-उर-रहमान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में सरकारी अधिकारी लोगों को गायब और अगवा कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में हजारों बलूच युवाओं और कार्यकर्ताओं को जबरन गायब किया गया है। उनके परिवार लगातार प्रदर्शन और हड़ताल कर अपने प्रियजनों की वापसी की मांग कर रहे हैं। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआईपी) के नेता मौलाना फजल-उर-रहमान खैबर पख्तूनख्वा में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। जहां उन्होंने खुलकर कहा कि पाकिस्तानी ‘डीप स्टेट’ द्वारा लोगों का अवैध रूप से अपहरण किया जा रहा है।
हालांकि, इस मुद्दे की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समूहों ने भी आलोचना की है, लेकिन हिंसा लगातार जारी है। अमेरिकी मानवाधिकार वकील और शोधकर्ता रीड ब्रॉडी ने बलूचिस्तान के लोगों का समर्थन किया और अंतरराष्ट्रीय जांच और जवाबदेही की मांग की। ब्रॉडी ने जिनेवा प्रेस क्लब में आयोजित 7वें बलूचिस्तान अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि दुनिया बलूचिस्तान के दुख को अनदेखा नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, ‘हमें गायब किए जाने, गैरकानूनी हत्याओं और महिला कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने की स्वतंत्र जांच के लिए दबाव डालना चाहिए।’ उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारियों से बल के गैरकानूनी प्रयोग को रोकने, शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के लिए जेल में बंद लोगों को रिहा करने और प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहाल करने की अपील की। इस कार्यक्रम का आयोजन बलूच राष्ट्रीय आंदोलन (बीएनएम) ने किया था।