नई दिल्ली (नेहा): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का संयुक्त राष्ट्र (UN)दौरा उस समय चर्चा में आ गई, जब उनके स्वागत में इस्तेमाल हुआ एस्केलेटर अचानक रुक गया और उनके भाषण के दौरान टेलीप्रॉम्प्टर ने भी काम करना बंद कर दिया। ट्रंप ने इन घटनाओं को हल्के-फुल्के अंदाज में लिया, लेकिन व्हाइट हाउस ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच की मांग की है। व्हाइट हाउस का मानना है कि एस्केलेटर को जानबूझकर रोका गया हो सकता है, ताकि राष्ट्रपति की छवि को नुकसान पहुंचाया जाए।
यूएन के प्रवक्ता ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि एस्केलेटर में एक सिक्योरिटी सिस्टम एक्टिव हो गया था। इसी वजह से यह रुक गया। वहीं, टेलीप्रॉम्प्टर की खराबी के लिए यूएन ने जिम्मेदारी से इनकार किया और कहा कि इसे व्हाइट हाउस की ओर से संचालित किया गया था। मंगलवार को न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय में राष्ट्रपति ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप जैसे ही एस्केलेटर पर चढ़े, वह कुछ दूरी पर अचानक रुक गया।
इस घटना का वीडियो सामने आया, जिसमें ट्रंप को हल्का झटका लगते देखा गया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक्स पर लिखा, “अगर किसी ने जानबूझकर राष्ट्रपति और फर्स्ट लेडी के चढ़ते समय एस्केलेटर रोका, तो उसे तुरंत बर्खास्त कर जांच शुरू की जानी चाहिए।” यूएन प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने साफ किया कि ट्रंप के वीडियोग्राफर ने अनजाने में सिक्योरिटी सिस्टम को एक्टिव कर दिया। यह सिस्टम लोगों या वस्तुओं को एस्केलेटर की गियरिंग में फंसने से रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके बाद एस्केलेटर को रीसेट कर फिर से चालू कर दिया गया।