नई दिल्ली (नेहा): भारत तेजी से डिजिटल दुनिया की ओर कदम बढ़ा रहा है, और इस दिशा में अब एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। गूगल की तरफ से घोषणा की गई है कि वह अमेरिका के बाद अपना सबसे बड़ा डेटा सेंटर भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के विशाखापट्टनम में स्थापित करेगा। यह पहल भारत के डिजिटलीकरण की दिशा में एक बड़ा “टर्निंग पॉइंट” साबित हो सकती है।
आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, गूगल एक गीगावाट क्षमता वाले डेटा सेंटर के निर्माण के लिए करीब 10 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग 88,730 करोड़ रुपये) का निवेश करेगा। यह निवेश भारत में डेटा सुरक्षा, क्लाउड सर्विसेज और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता में बुधवार को हुई राज्य निवेश संवर्धन बोर्ड (SIPB) की बैठक में 1.14 लाख करोड़ रुपये के कुल 30 निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इन प्रस्तावों में आईटी, ईंधन, पर्यटन, अंतरिक्ष, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इन निवेशों से राज्य में लगभग 67,000 नए रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
रैडेन इन्फोटेक डेटा सेंटर का 87,520 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव देश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) माना जा रहा है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा- “पिछले 15 महीनों से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए किए गए प्रयास अब रंग ला रहे हैं। राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन और आर्थिक विकास के नए अवसर खुल रहे हैं।” बैठक के दौरान, सरकार ने यह भी निर्णय लिया कि हर बड़ी परियोजना के लिए एक विशेष अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो परियोजना को जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी संभालेगा।