वाशिंगटन (पायल): अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) इस समय प्रोस्टेट कैंसर के इलाज से गुजर रहे हैं। उनके प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि बाइडेन की हालत के लिए रेडिएशन (Radiation Therapy) और हार्मोन ट्रीटमेंट (Hormone Therapy) चल रहा है। यह कैंसर मई 2025 में सामने आया था, जब डॉक्टरों ने जांच में पाया कि बाइडेन के प्रोस्टेट में मौजूद गांठ (Prostate Nodule) अब हड्डियों तक फैल चुकी है, यानी यह एडवांस स्टेज (Advanced Stage) का कैंसर है।
बाइडेन ने मई में अपनी बीमारी की जानकारी साझा करते हुए कहा था —“कैंसर हम सभी को किसी न किसी रूप में प्रभावित करता है। जिल (पत्नी) और मैंने भी सीखा है कि हम अपनी सबसे कमजोर जगहों पर ही सबसे मज़बूत बनते हैं।” उन्होंने X (पहले ट्विटर) पर लिखा था, “आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद।” यह बाइडेन के लिए बेहद भावनात्मक वक्त था, क्योंकि उनके बेटे ब्यू बाइडेन (Beau Biden) की 2015 में कैंसर से मौत हो चुकी है।
82 वर्षीय जो बाइडेन की सेहत लंबे समय से अमेरिकी राजनीति में चर्चा का विषय रही है। 2024 में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ हुए राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान उनकी कमज़ोर बहस प्रदर्शन (debate performance) के बाद उनकी तबीयत को लेकर कई रिपोर्ट्स सामने आईं। जुलाई 2024 में बाइडेन ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली और कमला हैरिस (Kamala Harris) को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दिया। हालांकि, बाद में ट्रंप ने चुनाव जीतकर जनवरी 2025 में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया।
बाइडेन की टीम ने बताया कि उनका इलाज वाशिंगटन डी.सी. के एक प्राइवेट कैंसर सेंटर में चल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, हार्मोन थेरेपी से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर घटाया जाता है, जिससे कैंसर की गति धीमी होती है। वहीं रेडिएशन ट्यूमर को छोटा करने और दर्द कम करने में मदद करता है। हालांकि, यह कैंसर को पूरी तरह खत्म नहीं करता।
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (American Cancer Society) के मुताबिक, प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में सबसे ज्यादा पाए जाने वाले कैंसर में से एक है। करीब 80% पुरुष, जिनकी उम्र 80 साल से अधिक होती है, उनके प्रोस्टेट में कैंसर कोशिकाएं पाई जाती हैं। अगर समय पर इलाज न मिले तो यह कैंसर फेफड़ों और हड्डियों तक फैल सकता है। शुरुआती चरण में पहचान हो जाए तो यह काफी हद तक ठीक हो सकता है, लेकिन उन्नत अवस्था में यह पुरुषों में कैंसर से मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण बन जाता है।
बाइडेन की बीमारी की खबर सामने आने के बाद दुनियाभर से नेताओं और समर्थकों ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। व्हाइट हाउस के पूर्व सहयोगियों ने कहा कि बाइडेन अब भी मजबूत इच्छाशक्ति से इस लड़ाई का सामना कर रहे हैं और “बीमारी के बावजूद वे पूरी तरह सकारात्मक और मानसिक रूप से स्थिर हैं।”