पेशावर (पायल): पाकिस्तान के बलूचिस्तान के चाग़ई ज़िले में रविवार शाम पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर बड़ा हमला हुआ, जब एक महिला आत्मघाती हमलावर ने फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) मुख्यालय के मुख्य दरवाज़े पर खुद को उड़ा लिया। धमाके के तुरंत बाद कई सशस्त्र हमलावर कैंप में घुस गए और वहां लगातार गोलीबारी शुरू हो गई। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती विस्फोट के बाद कैंप के भीतर एक घंटे से अधिक समय तक भारी फायरिंग और कई धमाकों की आवाजें सुनाई देती रहीं।
हालांकि पाकिस्तानी अधिकारियों ने अब तक संभावित हताहतों को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। हमले की शुरू में किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली थी, लेकिन कुछ देर बाद बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) ने दावा किया कि उसकी एक सब-यूनिट ने “भारी हमला” किया है। BLF ने कहा कि निशाना वह केंद्रीय कंपाउंड था, जहां रेको डिक और सैंडक प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाले विदेशी कर्मी मौजूद रहते हैं। संगठन ने यह भी कहा कि “ऑपरेशन अभी जारी है” और विस्तृत बयान बाद में जारी किया जाएगा। पिछले 24 घंटों में बलूचिस्तान में हमलों की श्रृंखोला तेज़ हुई है जहां आईईडी धमाके, एंबुश और चौकियों पर हमले लगातार सुरक्षा चुनौती बन चुके हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि सख्त सुरक्षा उपायों, इंटरनेट बंदी और कई शहरों में मूवमेंट रोकने के बावजूद बलूच सशस्त्र समूह “जहां और जब चाहें हमला करने की क्षमता रखते हैं”। चाग़ई ज़िला रेको डिक की विशाल सोना-तांबा खदानों के कारण पाकिस्तान की निवेश रणनीतियों का प्रमुख केंद्र है। इसी क्षेत्र में लगातार बढ़ते हमले पाकिस्तान की सुरक्षा और आर्थिक योजनाओं के लिए गंभीर खतरे के रूप में देखे जा रहे हैं।


