वाशिंगटन (पायल): अमेरिकी सरकार ने एच-1बी वीजा आवेदकों और उनके आश्रितों के लिए एच-4 वीजा धारकों के लिए स्क्रीनिंग और सत्यापन प्रक्रिया कड़ी कर दी है। नई गाइडलाइंस के तहत, सभी एप्लिकेंट्स को अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की प्राइवेसी सेटिंग्स पब्लिक रखने के लिए कहा गया है। भारतीय प्रोफेशनल्स, खासकर टेक्नोलॉजी वर्कर्स और डॉक्टर्स, H-1B वीज़ा के सबसे बड़े बेनिफिशियरी हैं और उन्हें इस नए आदेश का पालन करना होगा।
विदेश विभाग ने बुधवार को जारी एक नए ऑर्डर में कहा कि 15 दिसंबर से सभी H-1B एप्लीकेंट्स और उनके डिपेंडेंट्स की ऑनलाइन प्रेजेंस पर नज़र रखी जाएगी। इससे पहले, छात्र (एफ, एम) और एक्सचेंज विजिटर (जे वीजा) ऐसी जांच के दायरे में थे, जिसे अब एच-1बी और एच-4 वीजा तक बढ़ा दिया गया है। विदेश विभाग ने कहा कि अमेरिकी वीजा एक अधिकार नहीं बल्कि एक विशेषाधिकार है और राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सभी सूचनाओं का उपयोग करके आवेदकों की गहन जांच की जाती है। बयान में कहा गया है कि वीजा का हर फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।


