टोरंटो (पायल): कनाडा के 65 सांसदों ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) द्वारा फालुन गोंग साधकों पर किए जा रहे दमन के खिलाफ एकजुट होकर कड़ा रुख अपनाया है। सांसदों ने मांग की है कि बीजिंग न केवल चीन में बल्कि विदेशों में भी फालुन गोंग के खिलाफ चल रही सीमा पार दमन (Transnational Repression) की नीति को तत्काल समाप्त करे। यह संयुक्त घोषणा ऐसे समय सामने आई है, जब हाल ही में 12 और सांसदों ने 50 से अधिक सांसदों के साथ मिलकर इस बयान का समर्थन किया। इसके साथ ही CCP की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले कनाडाई सांसदों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है। यह पहल फालुन गोंग पर शुरू हुए दमन के 27वें वर्ष के दौरान तेज हुई।
संयुक्त बयान में कहा गया, “हम, हस्ताक्षरकर्ता सांसद, फालुन गोंग समुदाय के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं और CCP द्वारा पिछले 26 वर्षों से जारी उत्पीड़न तथा बढ़ते वैश्विक दमन की कड़ी निंदा करते हैं।” जानकारी अनुसार, पिछले दो दशकों से अधिक समय में कनाडा में रहने वाले फालुन गोंग अनुयायियों को निगरानी, धमकी, उत्पीड़न, शारीरिक हमलों, दुष्प्रचार, साइबर हमलों और डराने-धमकाने जैसी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ा है। फालुन गोंग, जिसे फालुन दाफा भी कहा जाता है, एक पारंपरिक चीनी आध्यात्मिक अभ्यास है, जो ध्यान और सत्य, करुणा व सहनशीलता पर आधारित नैतिक शिक्षाओं पर केंद्रित है। 1990 के दशक में चीन में इसके अनुयायियों की संख्या 7 से 10 करोड़ तक पहुंच गई थी, जिसके बाद CCP ने इसे खतरा मानते हुए दमन शुरू किया।
फालुन गोंग अनुयायियों को मनमानी हिरासत, यातना, जबरन श्रम, यौन शोषण और जबरन अंग प्रत्यारोपण जैसी गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों का सामना करना पड़ा है। संयुक्त घोषणा में यह भी कहा गया कि हाल के वर्षों में चीन का यह दमन Shen Yun Performing Arts तक फैल गया है। न्यूयॉर्क स्थित इस सांस्कृतिक संस्था के कार्यक्रमों को लेकर कनाडा के चार शहरों में बम और गोलीबारी की धमकियां मिलीं। बीते एक साल में दुनियाभर में ऐसे 140 से अधिक फर्जी धमकी मामले सामने आए हैं, जिनमें से कुछ के स्रोत चीन से जुड़े बताए गए हैं।
लिबरल सांसद जुडी स्क्रोगो, जो इस बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल हैं, ने कहा कि कनाडाई नागरिकों को यह जानना जरूरी है कि विदेशी तानाशाही व्यवस्थाएं किस तरह लोकतांत्रिक देशों में रह रहे असंतुष्टों को भी निशाना बना रही हैं। सांसदों ने चेतावनी दी कि यह दमन केवल फालुन गोंग समुदाय के लिए ही नहीं, बल्कि कनाडा की संप्रभुता, लोकतांत्रिक संस्थानों और मूल्यों के लिए भी गंभीर खतरा है।


