नई दिल्ली (राघव): गौतम अडानी समूह ने वियतनाम में 10 अरब डॉलर (लगभग 83000 करोड़ रुपये) तक निवेश का ऐलान किया है। गौतम अडानी ने हनोई में वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव टो लाम के साथ एक बैठक के दौरान समूह की योजनाओं से अवगत कराया। इस दौरान उन्होंने इंफ्रा, एनर्जी, पोर्ट, एयरपोर्ट और डिजिटल टेक्नोलॉजी में निवेश के अवसरों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
बता दें कि अडानी समूह दा नांग में प्रस्तावित पोर्ट परियोजना के माध्यम से वियतनाम में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। पिछले साल, वियतनामी सरकार ने कथित तौर पर अडानी समूह को हनोई से लगभग 700 किलोमीटर दक्षिण में स्थित तटीय शहर दानंग में 2 अरब डॉलर के बंदरगाह के विकास के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी।
अडानी समूह अगले 5 वर्षों में भारत में 100 अरब डॉलर का भारी निवेश करने की योजना बना रहा है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समूह ने 2023 में इजरायल में हाइफा पोर्ट का 1.15 अरब डॉलर में अधिग्रहण कर लिया है। इसने ऑस्ट्रेलिया में भी एक कोयला खदान और एक पोर्ट प्रोजेक्ट सहित अहम निवेश किया है।
अडानी की वियतनाम यात्रा जून में उनकी चीन यात्रा के कुछ ही हफ्ते बाद हुई है। नवंबर में अमेरिकी अभियोजकों द्वारा उन पर भारत में एनर्जी आपूर्ति के ठेके हासिल करने के लिए 25 करोड़ डॉलर की रिश्वतखोरी योजना में कथित रूप से शामिल होने का आरोप लगाए जाने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी। इस अभियोग ने अडानी के विस्तार की गति धीमी कर दी है। बता दें कि केन्याई सरकार ने समूह को पहले दिए गए एक हवाई अड्डे के विस्तार परियोजना को रद्द कर दिया है। वहीं, फ्रांस की टोटलएनर्जीज ने घोषणा की है कि वह अडानी के साथ अपने गैस वितरण ज्वाइंट वेंचर में नया निवेश नहीं करेगी।