नई दिल्ली (राघव): ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत से बुरी तरह मात खाने के बाद पाकिस्तान अब अपना रक्षा बजट बढ़ाएगा। पाकिस्तान के योजना मंत्री अहसन इकबाल ने शनिवार को कहा कि आगामी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी की जाएगी। मंत्री ने कहा कि सरकार आम जनता पर बोझ कम करने की कोशिश कर रही है, लेकिन ‘पाकिस्तान की संप्रभुता की रक्षा’ के लिए रक्षा खर्च में वृद्धि अनिवार्य है।
इकबाल ने कहा, “यह हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है कि हम अपने सशस्त्र बलों को वह सब कुछ उपलब्ध कराएं जिसकी उन्हें जरूरत है ताकि वे भविष्य में देश की रक्षा कर सकें। यह साबित हो चुका है कि हमारा पड़ोसी (भारत) खतरनाक है, जिसने रात के अंधेरे में हम पर हमला किया, लेकिन हमने उन्हें करारा जवाब दिया।” उन्होंने आगे कहा कि देश को “हर समय तैयार रहना होगा कि अगर दुबारा हमला हो तो जवाब दे सकें।” यह निर्णय भारत के साथ हालिया तनाव और भारत द्वारा सिंधु नदी जल बंटवारे को निलंबित किए जाने के मद्देनजर लिया गया है।
पाकिस्तानी जल सुरक्षा के बारे में बोलते हुए इकबाल ने कहा कि देश डायमर-भाषा और मोहमंद बांधों सहित जल परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “हम इन्हें प्राथमिकता दे रहे हैं ताकि पाकिस्तान का पानी सुरक्षित रहे।” मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने कृषि इंजीनियरों की एक टीम को ट्रेनिंग के लिए चीन भेजा है, जहां से वे इस साल ट्रेनिंग पूरी करके लौटेंगे और पाकिस्तान में “ग्रीन रिवोल्यूशन 2.0” लाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा, “हम अपने खुद के बीज विकसित करना चाहते हैं और दुग्ध व पशुपालन क्षेत्र को आधुनिक बनाना चाहते हैं।” इसके साथ ही इकबाल ने यह भी जानकारी दी कि बजट में इंजीनियरों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम को शामिल किया गया है। देश भर के हजारों युवा इंजीनियरों को ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग मिलेगा जिससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।