नई दिल्ली (नेहा): भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच दोनों देशों के बीच खेल के मोर्चे पर भी स्थिति टकराव भरी बनी हुई है। क्रिकेट के मैदान पर तो भारत और पाकिस्तान के बीच आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंट्स में मुकाबले आयोजित करने की कोशिशें जारी हैं लेकिन हॉकी के मैदान पर स्थिति ऐसी नहीं है। भारत में होने वाले हॉकी एशिया कप के लिए पाकिस्तान अपनी टीम भेजने को तैयार नहीं है। पाकिस्तानी सरकार ने हॉकी टीम को भारत जाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
बिहार के राजगीर में होने वाले इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के हिस्सा लेने पर लगातार संदेह बना हुआ था। इससे पहले नजरें भारत सरकार पर थीं कि क्या वो इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तानी टीम को देश में आने की इजाजत देगी या नहीं। हालांकि, इस मामले में भारत सरकार ने नर्म रुख अपनाते हुए पाकिस्तानी टीम को इजाजत देने का फैसला किया था। खेल मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि मल्टी नेशन टूर्नामेंट होने के चलते पाकिस्तानी टीम को नहीं रोका जाएगा।
हालांकि, इसके बाद से ही पाकिस्तान से खबरें आ रही थी कि हॉकी टीम को भेजेगा लेकिन इससे पहले सुरक्षा व्यवस्था की जांच की बात कही।रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार ने अपनी टीम को भारत भेजने से मना कर दिया है। हालांकि, इसकी वजह अभी तक नहीं बताई गई है लेकिन इस फैसले से साफ है कि भारत के बड़ा दिल दिखाने के बावजूद पाकिस्तान लगातार टकराव की स्थिति बनाए रखना चाहता है।
हालांकि, इससे नुकसान पाकिस्तानी हॉकी टीम का ही होगा और इसकी एक बड़ी वजह है।असल में इस टूर्नामेंट का आयोजन 27 अगस्त और 7 सितंबर तक होगा और इसके जरिए अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया जा सकेगा। ऐसे में इस टूर्नामेंट की बड़ी अहमियत है और पाकिस्तानी टीम वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई करने से चूक सकती है। भारत और पाकिस्तान के बीच मई के महीने में हुए सैन्य टकराव और उससे पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसको देखते हुए ही क्रिकेट के एशिया कप से लेकर हॉकी के एशिया कप तक संशय की स्थिति बनी हुई है कि क्या पाकिस्तानी टीम इनमें हिस्सा लेगी या नहीं।