नई दिल्ली (नेहा): भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में जारी बवाल के बीच वहां की अंतरिम सरकार को बड़ा झटका लगा है। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाले गृह मंत्रालय के विशेष सहायक खुदाबख्श चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। बांग्लादेश में पूर्व पुलिस महानिदेशक (IGP) रह चुके खुदाबख्श चौधरी को 10 नवंबर 2024 को मोहम्मद यूनुस का विशेष सहायक नियुक्त किया गया था। उनका इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब विद्रोह के नेता उस्मान हादी की मौत के बाद देश में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं।
इस बीच बांग्लादेश की पूर्व पीएम के बेटे तारिक रहमान बांग्लादेश लौट आए हैं। तारिक रहमान की वापसी से पहले बुधवार (24 दिसंबर) को राजधानी ढाका में एक चर्च के पास बम हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस घटना ने राजधानी में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। बता दें कि छात्र नेता उस्मान हादी की मौत के बाद से बांग्लादेश में हिंसा तेज हो गई है। भीड़ ने देश के दो प्रमुख अखबार डेली स्टार और प्रथम आलो के कार्यालयों को भी आग के हवाले कर दिया।
बांग्लादेश में ये बवाल ऐसे समय में हो रहा है, जब देश के राष्ट्रीय चुनाव में 2 महीने से भी कम समय बचा है। बांग्लादेश में 12 फरवरी 2026 को आम चुनाव प्रस्तावित हैं। ये चुनाव जुलाई 2024 में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद होने वाला पहला राष्ट्रीय चुनाव है। खुदाबख्श चौधरी का इस्तीफा यूनुस की अंतरिम सरकार से हुआ चौथा बड़ा इस्तीफा है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान आज (25 दिसंबर) को 17 साल बाद वापस अपने मुल्क लौट आए हैं। एयरपोर्ट के पास उनका स्वागत करने के लिए उनकी बांग्लादेशी नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के 1 लाख कार्यकर्ता जुटे। बता दें कि रहमान गिरफ्तारी से बचने के लिए 2008 में लंदन भाग गए थे। तब हसीना सरकार में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे थे।
यूनुस सरकार ने शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को बैन कर रखा है. ऐसे में BNP के चुनाव जीतने के बड़े आसार हैं। BNP की अध्यक्ष खालिदा जिया की उम्र 80 साल हो चुकी है और उनकी तबीयत काफी खराब है। माना जा रहा है कि तारिक रहमान अगले PM के दावेदार हो सकते हैं।

