नई दिल्ली (नेहा): भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) का सपोर्ट स्टाफ पर फिर चाबुक चला है। बीसीसीआई ने एशिया कप 2025 से पहले टीम इंडिया के 15 साल पुराने सपोर्ट स्टाफ मेंबर राजीव कुमार को निकाल दिया है। वह टीम के मालिशिए थे। राजीव इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ गए थे लेकिन अब उन्हें नया कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया जाएगा। एशिया कप 9 सितंबर से यूएई में शुरू होगा। गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद से बीसीसीआई ने अभिषेक नायर, अरुण कनाडे और सोहम देसाई सहित कई सहयोगी स्टाफ सदस्यों को हटाया है। हालांकि, उपयुक्त रिप्लेसमेंट नहीं मिलने के कारण बोर्ड को फील्डिंग कोच टी दिलीप को फिर से नियुक्त करना पड़ा।
मालिशिए राजीव कुमार खिलाड़ियों के साथ बेहतरीन तालमेल के लिए जाने जाते थे, खासकर खासकर तेज गेंदबाजों के साथ। ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय टीम के थिंक टैंक के एक प्रभावशाली सदस्य को लगता है कि सपोर्ट स्टाफ के टीम के साथ बहुत लंबे समय तक बने रहने से टीम को मिलने वाला लाभ कम होता है। एक सोच यह भी है कि लंबे समय तक सहयोगी स्टाफ के साथ रहने से सभी खिलाड़ियों के साथ एक निश्चित सहजता का स्तर बढ़ जाता है और यह टीम के विकास के लिए हानिकारक है। मैचों के दौरान राजीव अक्सर बाउंड्री रोप पर गर्मजोशी से मुस्कुराते हुए चलते नजर आते थे। खिलाड़ी अपनी अकड़ती और दर्द भरी मांसपेशियों को आराम दिलाने के लिए सबसे पहले उन्हीं की ओर रुख करते थे।