बलूचिस्तान (नेहा): बलूचिस्तान में हालात सुधरने की जगह बिगड़ते ही जा रहे हैं। बलूच विद्रोही अब पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए सिरदर्द बन चुके हैं। लंबे समय से पाकिस्तानी सरकार, बलूचों की उपेक्षा करती आई है। वहीं पाकिस्तानी सेना के निर्देश पर बलूचों का अपहरण और हत्या बहुत ही सामान्य बात है। इसी वजह से बलूच नेता, विद्रोही और ज़्यादातर जनता खुद को पाकिस्तान से अलग करते हुए आज़ाद बलूचिस्तान के रूप में अपना अलग देश चाहते हैं।
बलूच विद्रोही समय-समय पर पाकिस्तानी सेना को भी निशाना बनाते हैं और बुधवार को एक बार फिर ऐसा ही हुआ। बलूच लिबरेशन आर्मी – बीएलए के लड़ाकों ने बुधवार को घात लगाकार पाकिस्तानी सेना पर हमले किए। बीएलए लड़ाकों ने ये हमले जमुरान और क्वेटा में दो अलग-अलग जगहों पर किए और पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया।
बीएलए लड़ाकों के इन हमलों में पाकिस्तानी सेना के 5 सैनिकों की मौत हो गई। इन हमलों में पाकिस्तानी सेना के कई सैनिक और अधिकारी घायल भी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए नज़दीकी सैन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।