हांगकांग (पायल): हांगकांग में बुधवार को वांग फुक कोर्ट नामक एक बहुमंजिला आवासीय परिसर में लगी भीषण आग अब शहर के इतिहास की सबसे खतरनाक हाई-राइज़ फायर त्रासदी बन गई है। मृतकों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है, जबकि 279 लोग अब भी लापता हैं। चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ ने यह पुष्टि की है।हांगकांग पुलिस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आग के मामले में तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों उस निर्माण कंपनी से जुड़े हैं, जिसने इमारत की बाहरी सतह पर सुरक्षात्मक जाल, वाटरप्रूफ कैनवास और प्लास्टिक शीटिंग लगाई थी जो संभवतः अग्नि सुरक्षा मानकों पर खरी नहीं उतरीं।
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की उम्र 52 से 68 वर्ष के बीच है, जिनमें दो निदेशक और एक प्रोजेक्ट सलाहकार शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि इनकी गंभीर लापरवाही ने इस बड़े पैमाने की जनहानि को जन्म दिया।इस हादसे में कम से कम 45 लोग घायल हुए हैं। इमारत के अंदर धुआँ भर जाने और आग के तेजी से फैलने के कारण कई निवासी बाहर नहीं निकल पाए।हांगकांग के मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने इसे शहर के इतिहास की सबसे गंभीर आग बताया और कहा कि लापता लोगों को ढूँढने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए केंद्रीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे हांगकांग प्रशासन को अग्निशमन, खोज-बचाव और घायलों के उपचार में हर तरह की सहायता दें। राहत टीमें अब भी मलबे और ऊपरी मंज़िलों में फँसे लोगों की तलाश में लगी हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले 24 घंटे लापता लोगों की खोज में बेहद निर्णायक साबित होंगे।


