नई दिल्ली (राघव): प्रशांत महासागर में इस महीने की शुरुआत में आग लगने की वजह से एक मालवाहक जहाज डूब गया है। मॉर्निंग मिडास नाम का यह जहाज 3,000 नए वाहनों को लेकर मेक्सिको जा रहा था। जहाज में लगभग 800 इलेक्ट्रिक वाहन भी थे। आग लगने के बाद चालक दल के सदस्यों को एक अन्य जहाज ने बचा लिया। आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाया नहीं जा सका था।
मालवाहक जहाज के समंदर में डूबने के बाद अमेरिकी तटरक्षक बल के प्रवक्ता ने कहा कि जहाज के पिछले हिस्से में इलेक्ट्रिक वाहनों से भरे डेक से धुएं का एक बड़ा गुबार निकलता देखा गया। अधिकारी कैमरन स्नेल ने कहा कि अमेरिकी तट रक्षक बल के जहाज प्रदूषण से जुड़ी किसी भी समस्या से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
कैमरन स्नेल ने कहा कि किसी भी प्रदूषण या मलबे को नियंत्रित करने के लिए बचाव टग उस क्षेत्र के पास तैनात किए गए हैं, जहां मालवाहक जहाज डूबा था। सूत्रों के अनुसार, जहाज की प्रबंधन कंपनी, जोडियाक मैरीटाइम, अतिरिक्त सहायता के लिए प्रदूषण प्रतिक्रिया वाहन भी भेजेगी। 600 फीट के मालवाहक जहाज में 3 जून को अलास्का तट से लगभग 300 मील दूर आग लग गई थी।
मालवाहक जहाज ने आग के बारे में एक संकट चेतावनी भेजी, जिसके बाद अमेरिकी तट रक्षक ने कॉल का जवाब दिया। तट रक्षक बल ने पुष्टि की है कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है, जहाज पर सवार 22 लोगों को लाइफ बोट से निकाला गया है। चालक दल के सदस्यों को एक व्यापारी समुद्री जहाज ने बचाया जो आग की चपेट में आए मालवाहक शिप के पास ही था। 2006 में निर्मित लाइबेरियाई ध्वज वाला यह जहाज 26 मई को यंताई, चीन से मेक्सिको के लिए रवाना हुआ था।