नई दिल्ली (राघव): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ वॉर के बीच ग्लोबल पॉलिटिक्स बदलती दिख रही है। कभी भारत-चीन के रिश्तों में कड़वाहट होती थी वो अब धीरे-धीरे पटरी पर आ रहे हैं। पांच साल पहले लद्दाख में हुई झड़पों के बाद सीमा पर बढ़े तनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के दौरे पर जा सकते हैं।
उससे पहले वहां के विदेश मंत्री वांग यी एनएसए अजित डोभाल से मिलने के लिए भारत आ रहे हैं। अगले हफ्ते 18 अगस्त, 2025 को वांग यी भारत में अजित डोभाल से कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। वांग यी का ये भारत दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब डोनाल्ड ट्रंप ने चीन और भारत दोनों पर ही हैवी टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
पिछली यी-डोभाल की मीटिंग जून में एससीओ, एक क्षेत्रीय सुरक्षा ब्लॉक, की बैठक के लिए हुई थी। डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ हमलों के बाद भारत-चीन संबंधों में थोड़ी नरमी आई है। इस साल की शुरुआत में अमेरिका और चीन के बीच आयात शुल्क को लेकर एक-दूसरे पर पलटवार हुआ था, जिसमें वाशिंगटन ने चीनी आयात पर 145 प्रतिशत और बीजिंग ने अमेरिकी वस्तुओं पर 125 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी।