नई दिल्ली (नेहा): विज्ञान की दुनिया में नित नई खोज होती रहती है। हर देश के वैज्ञानिक कुछ न कुछ खोजने की कोशिश में लगे रहते हैं। इसी क्रम में चीन के वैज्ञानिकों ने एक बड़ी खोज की है। इस खोज में उन्होंने कुछ ऐसे ढूंढ निकाला है, जहां पर धरती के अलावा भी जीवन के संकेत मिले हैं। चीन के वैज्ञानिकों ने 2400 प्रकाश वर्ष दूर एक सुपर-अर्थ की खोज की है। यहां पर एलियंस के होने की भी संभावना जताई जा रही है। कहा जा रहा है कि इस ग्रह पर एलियंस हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि इस ग्रह पर एलियंस छिपे हो सकते हैं।
चीन के वैज्ञानिकों ने केप्लर-725सी नाम से एक सुपर-अर्थ की खोज की है। यह सूर्य से काफी दूर तारों के रहने योग्य क्षेत्र में स्थित है। यह रोमांचक खोज अलौकिक जीवन को नया बल देती है। रिपोर्ट्स की मानें तो यह खोज चीनी विज्ञान अकादमी के शोधकर्ताओं द्वारा ट्रांजिट टाइमिंग वेरिएशन (टीटीवी) नाम की विधि का इस्तेमाल करके की है। यह विधि निकटवर्ती ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव की वजह से किसी ग्रह की कक्षा में होने वाले छोटे बदलावों पर नजर रखती है।
सुपर अर्थ एक तरह से ग्रह ही है, जो कि धरती से बड़ा है, लेकिन यह नेपच्यून और यूरेनस से छोटा है। यह ग्रह चट्टान या गैस दोनों से मिलकर बना होता है। सुपर अर्थ केवल इसके आकार को बताता है। नासा की मानें तो इस तरह के ग्रह आकाशगंगा में तो आम हैं, लेकिन अपने सौरमंडल में इस ग्रह के जैसा कोई नहीं है। इसलिए इनका अध्ययन करना जरूरी है, जिससे कि यह देखा जा सके कि इस तरह के ग्रहों पर जीवन संभव है या नहीं।
वैज्ञानिक इस ग्रह को रहने योग्य क्षेत्र मानते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस ग्रह की सतह भी धरती की तरह चट्टानी है। धरती की तुलना में इस ग्रह का वर्ष भी छोटा है। दिलचस्प बात यह है कि ये अपने तारे की परिक्रमा पूरी करने में मात्र 207.5 दिन का समय लगाता है। यह ग्रह जिस तारे की परिक्रमा करता है वह सूर्य से भी छोटा है और सिर्फ 1.6 बिलियन साल पुराना है। वैज्ञानिक कहते हैं कि यह ग्रह महासागरों से ढका हो सकता है।