नई दिल्ली (नेहा): शुक्रवार को दिल्ली हाई कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल की जांच चल ही रही थी कि शनिवार को चाणक्यपुरी स्थित प्रतिष्ठित ताज पैलेस होटल को ईमेल के माध्यम से बम धमकी मिलने के बाद सनसनी फैल गई। यह मेल सामने आते ही होटल में ठहरे विदेशी पर्यटकों, कारोबारी मेहमानों और वीआइपी अतिथियों में अफरातफरी मच गई। तीन घंटे तक चले सघन तलाशी अभियान के बाद जब कुछ संदिग्ध नहीं मिला तो दिल्ली पुलिस ने राहत की सांस ली और इस धमकी को फर्जी (हॉक्स) करार दिया। फिलहाल चाणक्यपुरी थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, होटल मैनेजमेंट के पास शनिवार तड़के करीब 2:00 बजे धमकी भरा ईमेल आया था। सुबह होटल मैनेजमेंट ने मेल चेक किया तो चाणक्यपुरी पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद तुरंत मौके पर दिल्ली पुलिस की कई टीमों को तत्काल मौके पर भेजा गया, जिनमें बम निरोधक दस्ते (बीडीएस), डाॅग स्क्वाड और क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) शामिल थीं। होटल में व्यापक जांच अभियान चलाया गया। सार्वजनिक क्षेत्र, पार्किंग क्षेत्र, लाॅबी और कमरे बम खोज उपकरण और ट्रेन किए गए कुत्तों की मदद से पूरी तरह से जांचे गए, लेकिन किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता नहीं चला।
इसलिए इस धमकी को फर्जी करार दिया गया है। पुलिस अब उस ईमेल के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर टीमों की मदद ले रही है, ताकि धमकी भेजने वाले की पहचान की जा सके। पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में झूठी बम धमकियों का सिलसिला जारी है। कभी अदालतों, कभी दूतावासों, कभी स्कूलों को निशाना बनाया जा चुका है। शुक्रवार को ही दिल्ली हाई कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी वाला मेल मिला था, जो जांच के बाद फर्जी निकला। अब ताज पैलेस की घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि इन मेल के पीछे कौन लोग हैं और उनका मकसद क्या है। पुलिस का मानना है कि यह किसी शरारती तत्व की करतूत हो सकती है, जो दहशत फैलाकर सुरक्षा एजेंसियों को परेशान करना चाहता है।