नई दिल्ली (नेहा): पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) की ओर से घात लगाकर सेना के काफिले पर किए गए हमले में 12 सैनिक मारे गए। यह हमला अफगानिस्तान की सीमा के पास दक्षिण वजीरिस्तान के बदर इलाके में हुई। सेना का कहना है कि जवाबी कार्रवाई में 13 आतंकी मारे गए। पिछले चार दिनों में अलग-अलग कार्रवाई में अबतक 35 आतंकी मारे जा चुके हैं। टीटीपी ने घटना की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन्होंने सेना के हथियार और ड्रोन भी लूट लिए। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमले के बाद उन्होंने इलाके में कई हेलीकाप्टर देखे। आमतौर पर इस इलाके में सैन्य काफिले के आने से पहले कफ्र्यू लगा दिया जाता है। इस्लामाबाद का आरोप है कि अफगान तालिबान प्रशासन टीटीपी को पनाह दे रहा है।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में ड्यूटी के दौरान एक बिजली कंपनी के छह कर्मचारियों का आतंकियों ने अपहरण कर लिया। यह घटना शुक्रवार को उत्तरी वजीरिस्तान की सीमा से लगे बन्नू जिले के पीर दल खेल इलाके में हुई। पेशावर इलेक्टि्रक सप्लाई कंपनी (पेस्को) की टीम बिजली की लाइनों की मरम्मत कर रही थी, तभी हथियारबंद आतंकियों ने हमला कर दिया और कर्मचारियों और उनके ड्राइवर का अपहरण कर लिया। पुलिस और सुरक्षा बलों ने बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है।