नई दिल्ली (राघव): देश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और आने वाले 6 दिनों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) और मौसम केंद्र लखनऊ द्वारा जारी ताज़ा बुलेटिन में बताया गया है कि 22 जुलाई से लेकर 26 जुलाई तक मौसम में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
22 जुलाई को पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। विशेष रूप से सहारनपुर, बिजनौर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, मुरादाबाद, रामपुर, सीतापुर, बरेली और लखीमपुर खीरी जिलों में मेघगर्जन और बिजली गिर सकती हैं। इसके अलावा, सहारनपुर और बिजनौर में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 22 जुलाई से मौसम थोड़ा सामान्य होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में 24 जुलाई के आसपास एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। साथ ही मानसून की ट्रफ रेखा वर्तमान में पश्चिमी राजस्थान, दिल्ली, लखनऊ, पटना होते हुए उत्तर-पूर्व की ओर सक्रिय है, जिससे नमी से भरपूर हवाएं उत्तर भारत की ओर बढ़ रही हैं।
IMD के अनुसार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में 22 से 24 जुलाई तक बारिश का जोर रहेगा। विशेष रूप से उत्तराखंड और हिमाचल में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं की आशंका है।
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में 22 और 23 जुलाई तक आंशिक बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री के बीच रहने की संभावना है, जो सामान्य से 1-2 डिग्री कम है।
IMD के अनुसार, 22 से 26 जुलाई तक पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा और मिजोरम में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 21 जुलाई को अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग जिले के विभिन्न चाय बागानों में 20 से 24 सेमी तक वर्षा दर्ज की गई। वहीं, असम में बारपेटा और नलबाड़ी जिलों में भी 13 से 21 सेमी तक बारिश हुई ।
केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में अगले सात दिनों तक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बारिश होगी।