सिडनी (राघव): ऑस्ट्रेलिया के सनशाइन कोस्ट में आयोजित 66वें अंतर्राष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड (IMO) 2025 में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 110 देशों में से 7वां स्थान प्राप्त किया। भारतीय टीम ने कुल 193 अंकों के साथ नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया, जो कि अब तक का सर्वोच्च स्कोर है। यह प्रदर्शन 252 अंकों के अधिकतम स्कोर के विरुद्ध है।
इस वर्ष की भारतीय टीम में छह प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
स्वर्ण पदक विजेता: कनव तलवार, आरव गुप्ता और आदित्य मंगुडी
रजत पदक विजेता: एबेल जॉर्ज मैथ्यू और आदिश जैन
कांस्य पदक विजेता: अर्चित मानस
टीम में चार प्रतिभागी दिल्ली से हैं, जो विभिन्न राज्यों से चुने गए थे।
IMO के लिए भारत के प्रतिभागियों का चयन और प्रशिक्षण होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केंद्र (HBCSE), TIFR द्वारा किया जाता है। HBCSE गणित सहित अन्य विज्ञान विषयों फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी और एस्ट्रोनॉमी के राष्ट्रीय ओलंपियाड्स के आयोजन की नोडल संस्था है।
यह तीसरी बार है जब भारत ने IMO में 7वां स्थान प्राप्त किया है, इससे पहले 1998 और 2001 में ऐसा हुआ था. 1989 में अपनी पहली भागीदारी के बाद से भारत अब तक सात बार टॉप 10 में अपनी जगह बना चुका है। भारतीय टीम का नेतृत्व प्रो. शांता लैशराम (ISI दिल्ली) और उप-नेता डॉ. मैनाक घोष (ISI बेंगलुरु) ने किया। टीम के पर्यवेक्षकों में एमआईटी (अमेरिका) के ग्रेजुएट छात्र श्री अतुल शतावर्त नादिग और डॉ. रिजुल सैनी शामिल थे।
HBCSE के अनुसार, भारत का IMO में प्रदर्शन हाल के वर्षों में निरंतर बेहतर हुआ है। यह दूसरी बार है जब भारत ने तीन स्वर्ण पदक प्राप्त किए हैं। पहली बार 1998 में. 2024 में भारत ने चौथा स्थान हासिल किया था और चार स्वर्ण पदक जीते थे। 2019 से 2025 के बीच भारत ने कुल 12 स्वर्ण पदक प्राप्त किए हैं, जिनमें से 9 पदक केवल 2023–2025 के बीच मिले।
IMO में कुल छह कठिन गणितीय समस्याएं होती हैं, जिनमें बीजगणित, संयोजन विज्ञान, संख्या सिद्धांत और ज्यामिति जैसे विषय शामिल होते हैं। प्रत्येक देश अधिकतम छह समस्याएं प्रस्तावित कर सकता है, जिनका चयन मेज़बान देश द्वारा गठित समिति और IMO बोर्ड के परामर्श से किया जाता है। प्रतियोगिता में अधिकतम व्यक्तिगत स्कोर 42 होता है और टीम का कुल स्कोर 252 अंकों तक हो सकता है।