नई दिल्ली (राघव): भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) के विशेष प्रतिनिधि और अफगानिस्तान, ईरान और पाकिस्तान विभाग के महानिदेशक आनंद प्रकाश ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी के साथ मुलाकात की। इस बैठक में उनकी चर्चा द्विपक्षीय राजनीतिक संबंधों को मजबूत करने, व्यापार और पारगमन सहयोग को बढ़ाने और हाल के क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर विचारों के आदान-प्रदान पर केंद्रित थी। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय जुड़ाव, वीजा प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया।
यह बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुई है क्योंकि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम कर दिया है। बता दें कि 22 अप्रैल को भारत में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है। बैठक के दौरान अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने पर जोर दिया। साथ ही व्यापारियों, मरीजों और छात्रों के लिए वीजा जारी करने के प्रोसेस को सामान्य बनाने का आह्वान भी किया।
भारतीय राजदूत आनंद प्रकाश ने भी दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की उम्मीद जताई। विदेश मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, आनंद प्रकाश ने अफगानिस्तान को अपनी सहायता जारी रखने के भारत के इरादे को दोहराया और बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं में निवेश करने में भारत की रुचि से अवगत कराया। इसमें उन पहलों को फिर से शुरू करना शामिल है, जिन्हें पहले रोक दिया गया था।


 
			
 
                                 
                              
		 
		 
		 
		