नई दिल्ली (नेहा): गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने पिछले सप्ताह हुए चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद रविवार को दूसरी बार पद की शपथ ली। चुनाव आयोग ने अली की जीत की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने ‘‘भारी बहुमत” से चुनाव जीता है और उनकी ‘पीपुल्स प्रोग्रेसिव पार्टी’ ने संसद की 65 में से 36 सीट पर जीत हासिल की है। उनकी यह जीत ऐसे वक्त में हुई है जब यह दक्षिण अमेरिकी देश अपतटीय तेल और गैस उत्पादन से अप्रत्याशित लाभ कमा रहा है।
ब्राजील, वेनेजुएला और सूरीनाम के बीच स्थित गुयाना ने एक दशक पहले अपतटीय क्षेत्र में खोजे गए विशाल तेल भंडारों और खनिज संपदा के कारण अधिकाधिक ध्यान आकर्षित किया है। अली को तेल संपदा का कुछ हिस्सा सामाजिक योजनाओं में लगाने के लिए सराहना मिली है। शपथ ग्रहण भाषण में 45 वर्षीय अली ने राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया और कहा कि आने वाले पांच वर्ष देश के लिए निर्णायक होंगे।
उन्होंने मुफ्त उच्च शिक्षा, पेंशन दोगुनी कर 500 अमेरिकी डॉलर करने और अगले वर्ष तक बिजली बिल आधा करने का वादा किया। चुनाव में उनका मुकाबला 38 वर्षीय व्यापारी अजरुद्दीन मोहम्मद से था, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप में अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने रविवार को अली को बधाई देते हुए गुयाना की ऊर्जा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के समर्थन का आश्वासन दिया।