येरूशलम (राघव): आतंकवादी समूह हमास की कैद में मौजूद अमेरिकी बंधक एडन अलेक्ज़ेंडर को आखिरकार ट्रंप प्रशासन ने रिहा करा लिया। अपने नागरिक की रिहाई के लिए ट्रंप ने इज़रायल को भी दरकिनार कर दिया और सीधा हमास से बात की। एडन को 7 अक्तूबर, 2023 को आतंकवादी समूह हमास ने किडनैप कर लिया था, तब से वो उसी की कैद में थे और 19 महीने के बाद उनकी रिहाई हो सकी है।
काले रंग की टी शर्ट और बेसबॉल कैप में अलेक्ज़ेंडर गाजा पट्टी से सटे इज़रायली रीम मिलिट्री बेस पर पहुंचे। ये पल उनके परिवार के लिए किसी सपने के साकार होने जैसा था। हमास ने रविवार रात को ऐलान किया गया था कि वह अमेरिका के साथ कई दिनों की बातचीत के बाद 21 साल के अलेक्जेंडर को रिहा करने पर सहमत हो हुआ है। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि इजरायली-अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर रिहा होकर इज़रायल पहुंच गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनकी रिहाई का स्वागत करते हुए सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा- ‘एडन अलेक्जेंडर, आखिरी जीवित अमेरिकी बंधक रिहा हो रहे हैं. उनके माता-पिता, परिवार और दोस्तों को बधाई।’ इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि देश एडन का गले लगाकर स्वागत करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इजरायली सरकार सभी बंधकों और लापता लोगों, जीवित और मृत लोगों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। जब तक सभी घर नहीं लौट जाते, तब तक अथक प्रयास करते रहेंगे।
कौन है एडन अलेक्ज़ेंडर?
एडन 21 साल के इजरायली-अमेरिकी सैनिक हैं। उनका जन्म अमेरिका में ही हुआ और वे न्यू जर्सी में पला-बढ़े. 7 अक्टूबर 2023 को जब हमास ने इज़राइल पर हमला किया था, तो इस दौरान उनका अपने बेस से ही अपहरण कर लिया गया, इसके बाद गाजा में युद्ध की आग और भड़की। अमेरिका ने अपने नागरिक की रिहाई हमास से सीधी बातचीत के ज़रिये कराई है।