नई दिल्ली (नेहा): अमेरिका की पूर्व उपराष्ट्रपति और भारतवंशी कमला हैरिस ने अगले साल कैलिफोर्निया के गर्वनर पद के लिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। कमला ने कहा कि अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था टूट चुकी है और वह इतना मजबूत नहीं हैं कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा कर सकें। इसलिए वह फिलहाल किसी निर्वाचित पद पर नहीं रहेंगी, बल्कि लोगों से मिलेंगी और उनकी बातें सुनेंगी।
हालांकि, उन्होंने 2028 में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी पर कुछ नहीं कहा है। पिछले साल राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हारने के बाद अपने पहले साक्षात्कार में हैरिस ने कहा कि वह सार्वजनिक पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगी, क्योंकि व्यवस्था टूटी हुई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान उन लोगों ने आत्मसमर्पण कर दिया है जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा करने की बात कही थी।
उन्होंने कहा जब वह युवा थीं तो उनका मानना था कि व्यवस्था का हिससा बनकर ही बदलवाव किया जा सकता है। लेकिन हाल में मैंने फैसला लिया है कि अभी इस व्यवस्था में वापस नहीं जाउंगी। मुझे लगता है कि यह व्यवस्था टूट चुकी है। इसके साथ ही पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने शिक्षा विभाग को छोटा करने के ट्रंप के प्रयासों के रास्ते में खड़े न होने के लिए कांग्रेस की विशेष रूप से आलोचना की,और कहा कि वे बस हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन पर निशाना साधते हुए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका के लिए ये काले दिन है। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रंप प्रशासन कांग्रेस में अपनी बहुमत और सुप्रीम कोर्ट की मदद से देश के संविधान को खत्म करने की पूरी कोशिश कर रहा है। शिकागो में नेशनल बार एसोसिएशन की 100वीं वर्षगांठ पर बाइडन ने कहा, हमारा भविष्य सचमुच दांव पर है। हमारे जीवन में कई बार कठोर सच्चाइयों का सामना करने वाले क्षण आते हैं।