नई दिल्ली (नेहा): इस वक्त एक केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। ये है यूपी के ग्रेटर नोएडा का निक्की हत्याकांड। निक्की को उसी के पति और सास-ससुर ने केमिकल डालने के बाद लाइटर से आग लगाकर जिंदा जला दिया। हर कोई इस वक्त निक्की के लिए इंसाफ मांग रहा है। निक्की मौत की बलि चढ़ी तो इसके पीछे का कारण था दहेज। निक्की के घर वाले दामाद विपिन भाटी की हर डिमांड पूरी करते रहे। मगर फिर भी विपिन का लालच तब भी नहीं थमा और उसने निक्की की जान ही ले ली। भारत में अगर दहेज के लिए महिलाओं की मौत की बात करें तो ये आंकड़ा आपके भी होश उड़ा देगा।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दहेज के कारण हर दिन लगभग 20 महिलाओं की मौत होती है। 22 साल में 1.8 लाख महिलाओं की जान दहेज के नाम पर गई। 2018-2021 में 34,493 महिलाओं की मौत हुई। 2022 में 6,450 महिलाओं की हत्याएं की गईं। यूपी में दहेज के मामले सबसे ज्यादा हैं। यूपी में दहेज के कारण 11,874 महिलाओं की जान गई। बिहार में 5,354, मध्य प्रदेश में 2,859 मौतें हुईं। पश्चिम बंगाल में 2,389 और राजस्थान में 2,244 महिलाएं दहेज की बलि चढ़ीं।