काठमांडू (पायल): भारत की सीमा से सटे दक्षिणी नेपाल के बारा जिले में पिछले 2 दिनों से लगाया गया कर्फ्यू शुक्रवार को हटा लिया गया। जिले में जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है। बाजार खुल गए हैं, स्कूलों में कक्षाएं फिर से शुरू हो गई हैं और परिवहन सेवाएं भी फिर से शुरू हो गई हैं। मुख्य जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
यह तनाव तब बढ़ गया जब सी.पी.एन.-यू.एम.एल. के 3 कार्यकर्ताओं ने सिमरा एयरपोर्ट पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे JAN Z (1997–2012 में जन्मे युवाओं) के सदस्यों के साथ मारपीट की। इस घटना में कम से कम 10 लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारी यूएमएल नेता शंकर पोखरेल और महेश बासनेट इस यात्रा का विरोध कर रहे थे और 8 सितंबर की कारवाई में मारे गए 76 लोगों के लिए पार्टी को जिम्मेदार ठहरा रहे थे।
झड़पें भड़कने के बाद बुद्ध एयरलाइंस ने अपनी काठमांडू–सिमरा उड़ान रद्द कर दी और प्रशासन ने तुरंत करफ्यू लागू कर दिया। वहीं प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग आरोपी यूएमएल है, सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने शिकायत में नामित 6 लोगों में से 3 को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें यूएमएल के दो वार्ड अध्यक्ष भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली की सीपीएन-यूएमएल पार्टी नेपाल की संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की बहाली की मांग को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस निचले सदन को ‘जेन जेड’ आंदोलन के बाद 12 सितंबर को भंग कर दिया गया था। ‘जेन जेड’ विरोध प्रदर्शन के बाद ओली ने भी 9 सितंबर को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।


