येरूशलम (पायल): इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश को चलाने के लिए अपनाई गई नीति का बचाव करते हुए कहा कि देश के खिलाफ यहूदी विरोधी भावनाओं के बावजूद उन्हें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के कई देशों और नेताओं से अटूट समर्थन मिला है। उन्होंने यह बात संसद में ’40 हस्ताक्षर बहस’ के दौरान कही। यह बहस एक संसदीय व्यवस्था है जिसके तहत विपक्ष प्रधानमंत्री को महीने में एक बार इजरायली संसद में उपस्थित होने के लिए मजबूर कर सकता है।
आपको बता दें कि नेतन्याहू ने इजरायल के विदेशी संबंधों, खासकर अपनी सरकार की नीतियों का पुरजोर बचाव किया। विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने दलील दी कि हमास के साथ दो साल के युद्ध के बावजूद इजराइल अभी भी कूटनीतिक, सैन्य और आर्थिक रूप से मजबूत है। उन्होंने कहा, ”मैं अक्सर अपने पुराने दोस्त भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करता हूं। हमने जल्द ही मिलने की योजना बनाई है और मैं आपको बताना चाहता हूं कि डेढ़ अरब लोगों की आबादी वाला एक विशाल देश भारत हमारे साथ संबंध मजबूत करना चाहता है। जिस दौरान नेतन्याहू ने विपक्ष पर व्यंग्य करते हुए कहा कि जर्मनी और भारत उनके साथ हैं और जल्द ही वे अपने दूसरे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप से मिलने अमेरिका जा रहे हैं।


