पनामा (राघव): आज की दुनिया में आतंकवाद के लिये कोई स्थान नहीं होने का उल्लेख करते हुए पनामा ने इस वैश्विक खतरे के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन किया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मध्य अमेरिकी देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। यह प्रतिनिधिमंडल उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है जिन्हें भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचने के लिए 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा करने का कार्य सौंपा है। पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे।
मंगलवार को यहां पहुंचे इस समूह ने बुधवार को पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो क्विंटेरो और विदेश उपमंत्री कार्लोस आर्टुरो होयोस से मुलाकात की। थरूर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने क्विंटेरो के साथ उनके आवास में “रचनात्मक और उत्पादक” चर्चा की। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति अपनी समझ और समर्थन व्यक्त किया।” प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, राष्ट्रपति ने “भारत की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर भी ध्यान दिया तथा भारत के रुख का समर्थन करते हुए स्पष्ट किया कि आज की दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई स्थान नहीं है।”
सूर्या ने कहा कि बहुपक्षीय टीम ने राष्ट्रपति को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के “दृढ़ रुख” से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि इसमें इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि जहां भारत “आर्थिक विकास और अपने लोगों के उत्थान पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, वहीं पाकिस्तान हजारों घाव देकर खून बहाने की नीति के माध्यम से हमारे देश को अस्थिर करने के अपने जुनून को जारी रखे हुए है।” प्रतिनिधिमंडल ने पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा, उप-मंत्री कार्लोस होयोस और उनके कई सहयोगियों से भी मुलाकात की। थरूर ने कहा कि उनके साथ बातचीत “उत्कृष्ट और रचनात्मक” रही। प्रतिनिधिमंडल गुयाना से यहां आया है और बृहस्पतिवार को कोलंबिया के लिए रवाना होगा। कोलंबिया से प्रतिनिधिमंडल ब्राजील और फिर अमेरिका जाएगा।